लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान 10 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 93 सीटों पर है। हर किसी से वोट देने की अपील की जाती है, क्योंकि एक-एक वोट काफी कीमती होता है।
45 दिनों तक 7 चरण में चलने वाले लोकसभा चुनाव 2024 में कुल 1.35 लाख करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। इसे दुनिया का सबसे महंगा चुनाव बताया जा रहा है।
भारतीय चुनावों में काफी खर्च होता है। इसका बहुत सारा हिस्सा चुनावी प्रक्रिया के लिए तैनाती, सुरक्षा बलों का एक जगह से दूसरे जगह जाना, लॉजिस्टिक, EVM, VVPAT जैसी चीजों पर होता है।
इस चुनाव में कुल 96.6 करोड़ वोटर्स हैं। देश की कुल जनसंख्या करीब 140 करोड़ है। अगर चुनाव के कुल खर्चों को 1.35 लाख करोड़ माना जाए तो हर एक वोट की कीमत 1400 रुपए के बराबर होगी।
अब अगर कुल जनसंख्या से एक-एक वोट की कीमत निकालें तो प्रति वोट की कीमत 964.28 रुपए आएगी।
1952 में पहली लोकसभा चुनाव में 10 करोड़ से ज्यादा खर्च हुआ। तब भारत की जनसंख्या 37 करोड़ थी और कुल मतदाता 17-18 करोड़। ऐसे में 1 वोट की कीमत 80 पैसे और आबादी से 50 पैसे थे।
लोकसभा चुनाव 2024 में प्रति वोट 1400 रुपए का खर्च माना जाए और यह मान लिया जाए कि 40% वोटर्स मतदान नहीं करते हैं तो इनकी वजह से चुनावी प्रक्रिया में करीब 60,000 करोड़ का नुकसान होगा