रसोई गैस सिलेंडर की भी एक्सपायरी डेट (Expiry date) होती है। अगर समय पर इसे चेक ने किया जाए तो खतरा भी हो सकता है। इसलिए परिवार की सेफ्टी के लिए इस पर ध्यान देना चाहिए।
रसोई गैस सिलेंडर बनने से पहले कई टेस्ट से गुजरता है। जिसके बाद LPG गैस सिलेंडर BIS 3196 मानक के हिसाब से बनाया जाता है।
गैस सिलेंडर की उम्र 15 साल होती है। घर में डिलिवरी से पहले सिलेंडर की टेस्टिंग की जाती है। 15 साल में दो बार क्वॉलिटी चेक की जाती है। पहला टेस्ट 10 साल बाद, दूसरा 5 साल बाद होता है
गैस सिलेंडर की साइड पट्टियों पर एक स्पेशल कोड लिखा रहता है, जो हर सिलेंडर में अलग होता है। A, B, C और D से कोड्स की पहचान होती है, जिनके आगे दो अंकों का नंबर लिखा होता है।
गैस सिलेंडर पर लिखे A, B, C और D का मतलब महीनों से होता है। A- जनवरी, फरवरी, मार्च, B- अप्रैल, मई, जून, C- जुलाई, अगस्त, सितंबर, D- अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर के लिए।
एलपीजी सिलेंडर पर ए, बी, सी, डी के आगे दो अंकों का नंबर लिखा होता है, जिसका मतलब जिस साल सिलेंडर की टेस्टिंग की गई होती है, उसके आखिरी दो डिजीट होते हैं।
सिलेंडर पर लिखे कोड्स का इस्तेमाल टेस्टिंग डेट के लिए होता है। किसी सिलेंडर पर A 24 कोड लिखा होने का मतलब सिलेंडर को साल 2023 के जनवरी, फरवरी या मार्च में टेस्टिंग के लिए जाना है।
घर पर डिलिवर होने वाले सिलेंडर को हमेशा इन कोड्स से चेक करना चाहिए। ऐसे में जिनकी टेस्टिंग डेट या एक्पायरी डेट खत्म हो चुकी है, उन्हे लेने से बचें।