मैरिज या वेडिंग लोन शादी के खर्चों के लिए लिया जाता है। मैरिज लोन की ब्याज दरें आमतौर पर पर्सनल लोन की तरह ही होती हैं। मैरिज लोन की रकम 1 करोड़ तक हो सकती है।
मैरिज लोन लेने का मकसद शादी के खर्चों को पूरा करना है। जैसे कपड़े, ज्वैलरी, वेन्यू, टेंट, म्यूजिक, वीडियो जैसी चीजों के लिए। जितनी भव्य शादी होगी, उतना ही खर्च भी होगा।
मैरिज लोन की ब्याज दरें आमतौर पर 10.50% से ही शुरू होती हैं। ज्यादातर बैंक 5 लाख से 50 लाख तक ही लोन देते हैं। लोन अवधि 5-7 साल तक होती है। किसी सिक्योरिटी की जरूरत नहीं।
मैरिज लोन की ब्याज दर समय-समय पर और अलग-अलग बैंक में अलग-अलग हो सकती हैं। लोन का ब्याज क्रेडिट स्कोर, जॉब, उम्र, लोन राशि और भुगतान अवधि पर भी निर्भर करता है।
मैरिज लोन ज्यादातर बैंक और कई वित्तीय कंपनियां देती हैं। कुछ सरकारी बैंकों के अलावा एक्सिस, ICICI, IDFC फर्स्ट और HDFC बैंक मैरिज लोन ऑफर करते हैं।
लोन लेने वाले की उम्र 21 साल से ज्यादा होनी चाहिए। 1 साल से जॉब कर रहा हो। मंथली सैलरी 15,000 से कम न हो। क्रेडिट स्कोर 850 के आसपास रहे तो लोन आसानी से मिल सकता है।
वेडिंग इंडस्ट्री में 'मैरी नाऊ पे लेटर' स्कीम भी ट्रेंड में है। फिनटेक लैंडिंग प्लेटफॉर्म 'संकाश' ने इसे शुरू किया है। अधिकतम लोन 25 लाख तक। 3-6 माह का इंटरेस्ट फ्री हनीमून पीरियड।
आधार, पैन कार्ड, वोटर आईडी या पासपोर्ट, एड्रेस प्रूफ, 3 महीने का बैंक स्टेटमेंट, नौकरी का प्रमाण, हाल ही सैलरी स्लिप, ITR या फॉर्म-16 जैसे डॉक्यूमेंट्स जरूरी हैं।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, शादी के लिए लोन लेने से बचना सही रहता है। मैरिज लोन या पर्सनल लोन लेने से आप शादी के बाद कर्ज में जा सकते हैं। इससे शादीशुदा जिंदगी पर असर पड़ सकता है।