पर्नसल लोन चुका देने के बाद बैंक या वित्तीय कंपनी नो ड्यूज सर्टिफिकेट (NDC) जारी करते हैं। ये काफी महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट है, जिसे लोन चुकाने के तुरंत बाद लेना चाहिए।
इस डॉक्यूमेंट के बिना साबित नहीं कर सकते कि आपका लोन पूरा हो गया है। ऐसे में भविष्य में लोन लेने की सोच रहे हैं तो इस डॉक्यूमेंट से साबित होगा कि आपने अपना पिछला कर्ज चुका दिया है।
पर्सनल लोन रीपेमेंट के बाद NDC के साथ ही स्टेटमेंट ऑफ अकाउंट (SOA) भी यह साबित करता है कि आपने पूरा लोन चुका दिया है। यह ऑप्शनल डॉक्यूमेंट है, जिसे बैंक जारी करते हैं।
अगर लोन चुकाने के बाद आपको क्रेडिट स्कोर में किसी भी तरह की समस्या समझ आ रही है या कुछ गलत लग रहा है तो उसमें बदलाव के लिए स्टेटमेंट ऑफ अकाउंट काम आ सकता है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर आपके पास चेक पेज बचे हैं, जिनका इस्तेमाल नहीं हुआ है तो उसे लेना चाहिए। नो ड्यूज सर्टिफिकेट और बिना यूज किए गए चेक के पेज लोन बंद करने का लास्ट स्टेप है।
एक्सपर्ट्स इसे सिर्फ एक सलाह के तौर पर देखते हैं। लोन क्लोजिंग की प्रक्रिया खत्म होने के बाद क्रेडिट स्कोर की जांच करना कोई जरूरी नहीं लेकिन इसे जांच कर सकते हैं, इससे समझ आती है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह सुनिश्चित करना चाहिए कि स्कोर में कोई अंतर तो नहीं है। अगर मौजूदा लोन बंद होने के 1-2 साल में दूसरा लोन लेने का प्लान है तो क्रेडिट स्कोर जरूर चेक करें।