केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि वह पेट्रोल-डीजल और नेचुरल गैस जैसी चीजों को GST के दायरे में लाने पर विचार कर रहे हैं। ऐसा होने पर फ्यूल काफी सस्ता हो सकता है।
हरदीप सिंह पुरी पहले भी पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में लाने पर जोर दे चुके हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी नवंबर 2023 में कहा था कि फ्यूल पर जीएसटी से लोगों को काफी फायदा होगा।
अभी पेट्रोल पर करीब 55% तक केंद्र और राज्य के टैक्स का हिस्सा है। जिसकी वजह से पेट्रोल ही नहीं डीजल के दाम भी काफी महंगे हैं। इस पर जीएसटी के लिए राज्यों को भी सहमत होना पड़ेगा।
पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी से केंद्र सरकार और वैट से राज्य सरकारों की कमाई होती है। हर राज्य में फ्यूल पर अलग-अलग दर से वैट लगता है।
IOCL की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली में डीलर को पेट्रोलियम कंपनी से 55.66 रुपए में पेट्रोल मिलता है। इसमें 19.90 रुपए एक्साइज ड्यूटी, 3.77 रुपए कमीशन, 15.39 रुपए वैट लगता है।
अभी GST के 4 स्लैब- 5%, 12%, 18% और 28% में बांटा गया है। अगर पेट्रोल-डीजल 28% स्लैब में भी आता है तो पेट्रोल-डीजल की कीमतें काफी ज्यादा कम हो जाएंगी।
अगर 55.66 रुपए के डीलर प्राइस पर 28% की जीएसटी लगती है तो पेट्रोल की खुदरा दाम करीब 72 रुपए हो सकता है। मतलब एक लीटर पेट्रोल 22-23 रुपए सस्ता मिल सकता है।