हिडन चिप्स से पेट्रोल पंप वाले कस्टमर को धोखा देसकते हैं। मशीन में इस चिप को लगाने से फ्यूल की वॉल्यूम कम हो जाती है और मीटर में वही कीमत दिखती है। ऐसे में चेक करके ही फ्यूल डलवाएं
कुछ पेट्रोल पंप कर्मचारी मीटर मिसमैच कर स्कैम करते हैं। वे फ्यूल मशीन के मीटर को बिना 0 पर सेट किए पेट्रोल भरना शुरू कर देते हैं। इसलिए तेल भरवाते समय मशीन में जीरो जरूर देखें।
पेट्रोल की डेंसिटी 730-800 है तो शुद्ध होता है। यूल फ्रॉड में फ्यूल की डेंसिटी कम करके दूसरे पदार्थ जैसे केरोसिन या अन्य चीजें मिला दी जाती हैं। ऐसा तेल मिलने पर तुरंत शिकायत करें।
पेट्रोल पंप पर क्रेडिट कार्ड स्किमिंग काफी आम होती जा रही है। कार्ड मशीन के साथ छुपा डिवाइस जोड़ दिया जाता है, जो कार्ड डिटेल्स चुरा लेता है। इससे बैंकिंग डिटेल्स हैक हो सकती है
गाड़ी के साइड मिरर को ब्लॉक करके कई पेट्रोल पंप कर्मचारी धोखाधड़ी कर सकते हैं, इसलिए पेट्रोल या डीजल भरवाते समय उसकी फ्यूलिंग पर जरूर ध्यान दें।
कई पेट्रोल पंप पर अक्सर ग्राहक को बेकार और घटिया इंजन ऑयल बेचा जाता है। कुछ कर्मचारी सस्ती या एक्सपायर्ड ऑयल महंगे ब्रांड के नाम बेचते हैं। इससे इंजन को नुकसान होता है और आपको घाटा
अगर आप कार्ड से पेमेंट कर रहे हैं, तो कभी-कभी मशीन में एरर दिखाकर दोबारा पेमेंट करने को कहा जाता है, जबकि पहली बार ही पैसा कट चुका होता है। SMS या ऐप से ट्रांजैक्शन जरूर चेक करें।
कुछ पेट्रोल पंप कर्मचारी आपके गाड़ी के ईंधन टैंक का ढक्कन बदलकर सस्ता और घटिया ढक्कन लगा देते हैं, जिससे पेट्रोल जल्दी वाष्पित (Evaporated) हो सकता है।