दिल्ली के द्वारका में बना 'यशोभूमि' दुनिया का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर है। इसकी लागत भारत मंडपम से दोगुनी है। इसमें जवान जैसी 18 फिल्में बन जाएंगी। जवान का बजट करीब 300 करोड़ है।
'यशोभूमि' 219 एकड़ में फैला है। इसकी लागत 5400 करोड़ रुपए हैं। वहीं भारत मंडपम 123 एकड़ में बना है और इसकी लागत 2700 करोड़ रुपए है।
'यशोभूमि' कन्वेंशन सेंटर में एक साथ 3 हजार गाड़ियां पार्क की जा सकती हैं। यहां पर अंडरग्राउंड कार पार्किंग बनाई गई है।
'यशोभूमि' 8.9 लाख वर्ग मीटर से ज्यादा एरिया में बना है। यहां पर 15 कन्वेंशन हॉल हैं। 8 मंजिला इस कन्वेंशन सेंटर की सीलिंग ब्लू कलर में एक अलग ही लुक देती है।
'यशोभूमि' कन्वेंशन सेंटर में 13 मीटिंग हॉल हैं। कॉन्फ्रेंस हॉल में 11000 से ज्यादा लोग एक साथ बैठ सकते हैं।
'यशोभूमि' कन्वेंशन सेंटर की छत को तांबे (Copper) के साथ डिजाइन किया गया है। इसमें लगे रोशनदानों के जरिए बाहर से पर्याप्त रोशनी का भी इंतजाम है।
'यशोभूमि' कन्वेंशन सेंटर में बने ग्रैंड बॉलरूम की सीलिंग को पंखुडी स्टाइल में डिजाइन किया गया है। वहीं, इसके फर्श पर रंगोली पैटर्न में पीतल से जड़ाई की गई है।
'यशोभूमि' कन्वेंशन सेंटर की वॉल को वुडन फ्लोरिंग से डिजाइन किया गया है, जो इसे एक अलग ही लुक देती है।
'यशोभूमि' कन्वेंशन सेंटर का प्लेनरी हॉल विजिटर्स को एक अलग ही लेवल का एक्सपीरिएंस देगा। यहां पर देश की सबसे बड़ी LED स्क्रीन लगाई जाएगाी।