बजट 2024 में MSME के लिए मिलने वाले मुद्रा लोन (Mudra Loan) की लिमिट 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रुपए कर दी गई है। मतलब अब दोगुने लोन का फायदा उठा सकते हैं।
बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि मुद्रा लोन की दोगुनी लिमिट यानी 20 लाख का फायदा सिर्फ उन्हीं को मिलेगा, जिन्होंने स्कीम में पहले लोन लेकर चुका दिया है।
मुद्रा योजना में अभी बिजनेस शुरू करने के लिए 3 कैटेगरी में लोन दिया जाता है। पहली- शिशु (50,000 रुपए का लोन), दूसरी- किशोर (5 लाख तक लोन) तीसरी- तरुण (10 लाख रुपए तक लोन)
प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना की शुरुआत 2015 में हुई थी। इसका मकसद रेहड़ी-पटरी वाले से लेकर छोटे कारोबारियों तक को लोन उपलब्ध करवाना था। इस योजना में बिना गारंटी लोन मिलता है।
सबसे पहले बिजनेस प्लान बनाना होता है। लोन के लिए सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स तैयार करें। बैंक बिजनेस प्लान, प्रोजेक्ट रिपोर्ट, भविष्य की अनुमानित आय की जानकारी भी मांग सकता है।
मुद्रा लोन में ब्याज निश्चित नहीं है। अलग-अलग बैंक लोन पर अलग-अलग ब्याज ले सकते हैं। ब्याज बिजनेस में रिस्क और उसकी ग्रोथ पर भी निर्भर करता है। आमतौर पर 10-12% पर लोन मिल जाता है।
18 साल से ज्यादा कोई, नौकरी न करने वाले, स्टार्टअप्स के लिए, घरेलू उद्योग करने वाले, कारीगर, कारोबारी, खुदरा विक्रेता, रेहड़ी-पटरी वाले, कोई दुकानदार इस लोन के लिए एलिजिबल हैं।
सबसे पहले एक या ज्यादा बैंकों को दस्तावेजों के साथ लोन एप्लिकेशन फॉर्म भरकर जमा करें। आवेदन सही पाए जाने पर आपका लोन पास हो जाएगा। आपको मुद्रा कार्ड (डेबिट कार्ड) बैंक देगा।