Tata Group की कंपनी टाटा मोटर्स के शेयर ने पिछले एक साल में निवेशकों का पैसा डबल कर दिया है। इसका शेयर लेने वालों को इस अवधि में 110 फीसदी का तगड़ा रिटर्न मिला है।
रतन टाटा (Ratan Tata) की कंपनी टाटा मोटर्स एक समय इस कदर संकट में थी, कि इसे बेचने तक का प्लान बना लिया था। ऑटो कंपनी Ford Motors से डील भी फाइनल हो चुकी थी।
90 के दशक में टाटा मोटर्स लगातार घाटे में जा रही थी, तब इसे बेचने का फैसला रतन टाटा ने लिया। मीटिंग में फोर्ड चेयरमैन Bill Ford ने कुछ ऐसा कह दिया कि रतन टाटा ने डील तोड़ दिया।
टाटा मोटर्स ने 5 साल में 470% का रिटर्न दिया है। ये मल्टीबैगर स्टॉक कोरोना महामारी बाद रॉकेट बन गया है। 3 अप्रैल 2020 को शेयर 65.20 रु. में था, जो अब 933.80 रु. पर पहुंचा है।
पांच साल में टाटा मोटर्स ने निवेशकों का पैसा 15 गुना कर दिया है। कई एक्सपर्ट्स ने इस शेयर का टागरेट प्राइस 1,000 रुपए सेट किया है.।
टाटा मोटर्स का एमकैप 3.41 लाख करोड़ रुपए है। टाटा फर्म का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 137 प्रतिशत बढ़कर 7,025 करोड़ रहा है। पिछले साल की समान अवधि में ये 2,958 करोड़ था।
टाटा मोटर्स कंपनी के अनुसार, तीसरी तिमाही में 25 फीसदी का इजाफा आने के बाद रेवेन्यू 1,10,577 करोड़ पहुंच गया है, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 88,488 करोड़ था।