रतन टाटा के निधन के बाद से उनके पेट डॉग गोवा ने खाना-पीना भी छोड़ दिया है। डॉग के केयरटेकर के मुताबिक, उसने सुबह से ही कुछ नहीं खाया है।
गोवा की देखभाल करने वाले शख्स ने बताया- वो रतन टाटा के बेहद करीब था। अंतिम संस्कार से पहले जब मीडियावाले फोटो खींच रहे थे तो मैंने उनसे कहा- उसे जाने दीजिए, सुबह से कुछ नहीं खाया।
बता दें कि रतन टाटा 11 साल पहले जब किसी काम से गोवा गए थे, तो वहां उन्हें सड़क किनारे एक कुत्ता मिला, जिसे वो अपने साथ ले आए। बाद में उन्होंने इसका नाम 'गोवा' रख दिया।
तब से लेकर गोवा रतन टाटा के साथ उन्हीं के घर पर रहता था। बता दें कि टाटा को स्ट्रीट डॉग्स से खासा लगाव है।
स्ट्रीट डॉग्स के प्रति रतन टाटा के लगाव का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक बार उन्होंने ताज होटल के बाहर बैठे कुत्ते के लिए होटल के दरवाजे तक खुलवा दिए थे।
4 साल पहले 2020 में रतन टाटा ने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें शेयर की थीं, जिनमें वो बॉम्बे हाउस में डॉग्स के साथ सेलिब्रेट करते दिखे थे। इस दौरान उनके साथ 'गोवा' भी था।
बता दें कि रतन टाटा डॉग्स से बेइंतहा प्यार करते थे। यही वजह है कि उनके घर और दफ्तर से लेकर होटल तक के दरवाजे स्ट्रीट डॉग्स के लिए हमेशा खुले रहते थे।
रतन टाटा का 9 अक्टूबर की देर रात मुंबई के ब्रीचकैंडी अस्पताल में निधन हो गया। वे 86 साल के थे। उनका अंतिम संस्कार वर्ली स्थित श्मशान गृह में 10 अक्टूबर को किया गया।