दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) का बुधवार शाम 86 साल की उम्र में निधन हो गया। मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से देश में शोक की लहर है।
रतन टाटा जैसी शख्सियत पाना हर किसी के बस की बात नहीं है। बिजनेस सेक्टर में उनकी अलग ही पहचान थी। उनकी कई बातें बेहद दिलचस्प और उन्हें सबसे अलग बनाती हैं।
रतन टाटा काम को पूजा की तरह मानते थे। वह हमेशा छोटो को इज्जत दिया करते थे। उनकी सबसे बड़ी खासियत थी कि हमेशा शांत और सौम्य रहते थे। छोटे कर्मचारियों से प्यार से ही मिलते थे।
रतन टाटा कहते थे कि सफलता के लिए किसी काम की शुरुआत अकेले कर सकते हैं लेकिन उसे ऊंचाईयों पर पहुंचाने के लिए हमेशा लोगों के साथ की जरूरत होगी। सभी को लेकर ही दूर तक चल सकते हैं।
रतन टाटा को जानवरों से काफी लगाव था। खासकर स्ट्रे डॉग्स से उनका बॉन्ड अलग ही था। कई गैर सरकारी संगठनों और Animal Shelters में उद्योगपति दान भी किया करते थे।
रतन टाटा गरीब स्टूडेंट्स की हमेशा मदद करते थे। उनका ट्रस्ट ऐसे बच्चों को स्कॉलरशिप भी देता है। JN Tata Endowment, Sir Ratan Tata Scholarship, Tata Scholarship दी जाती है।
रतन टाटा हमेशा सिंपल लाइफ जीते थे। उन्हें कई चीजों का शौक था। उन्हें कार ड्राइव करने से लेकर पियानो बजाना अच्छा लगता था। वो विमान भी उड़ाया करते थे, जो उनका फेवरेट काम भी था।
Tata Sons से रिटायरमेंट के बाद रतन टाटा ने कहा था कि अब बाकी जिंदगी शौक पूरे करना चाहते हैं। वह पियानों बजाना चाहते थे और विमान उड़ाकर रिटायरमेंट उम्र जीना चाहते थे।