Hindi

रेपो रेट से कैसे कम-ज्यादा होती है आपकी EMI, क्या है RBI का ये टूल

Hindi

RBI Monetary Policy

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की मीटिंग का आज 9 अक्टूबर को आखिरी दिन है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस बार भी रेपो रेट में किसी तरह का बदलाव नहीं होगा।

Image credits: Freepik
Hindi

9वीं बार नहीं बदला था रेपो रेट

RBI ने लगातार 9वीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव न करते हुए इसे 6.5% पर बरकरार रखा था। RBI ने आखिरी बार पिछले साल फरवरी में रेपो रेट 0.25% बढ़ाकर 6.5% कर दिया था।

Image credits: Freepik
Hindi

रेपो रेट क्या होता है

रिजर्व बैंक (RBI) के पास महंगाई से निपटने का एक पावरफुल टूल है, जिसे रेपो रेट कहा जाता है। रेपो रेट पर ही केंद्रीय बैंक बाकी बैंकों को कर्ज मतलब लोन देता है।

Image credits: Freepik
Hindi

रेपो रेट का महंगाई पर असर

महंगाई बहुत ज्यादा बढ़ने पर आरबीआई रेपो रेट बढ़ाकर इकोनॉमी में मनी फ्लो कम करने की कोशिश करता है। रेपो रेट ज्यादा होने से बैंकों को रिजर्व बैंक से मिलने वाला लोन महंगा होगा।

Image credits: Freepik
Hindi

रेपो रेट का EMI पर असर

रेपो रेट बढ़ने पर बैंकों को आरबीआई से महंगा लोन मिलता है, बदले में बैंक कस्टमर्स का लोन महंगा कर देते हैं। इससे इकोनॉमी में मनी फ्लो कम होता है, डिमांड घटता है और महंगाई घटती है।

Image credits: Freepik
Hindi

रेपो रेट कम हो जाए तो क्या होगा

जब इकोनॉमी बुरे दौर में रहती है तो रिकवरी के लिए मनी फ्लो बढ़ाने के लिए आरबीआई रेपो रेट कम कर देता है। इससे बैंकों को मिलने वाला लोन सस्ता हो जाता है और सस्ता लोन हमें मिलता है।

Image credits: Getty
Hindi

रिवर्स रेपो रेट क्या है

इस दर पर बैंकों को आरबीआई में जमा धन पर ब्याज मिलता है। रिवर्स रेपो रेट बाजारों में कैश लिक्विडिटी कंट्रोल करने का काम आती है। मार्केट में ज्यादा कैश होने पर RBI इसे बढ़ा देता है।

Image credits: X Twitter

Gold Price 9 Oct : नवरात्रि के 7वें दिन भी सोना सस्ता, जानें ताजा रेट

IRFC से लेकर Airtel तक...बुधवार को इन 7 शेयरों पर रखें नजर

चुनावी रिजल्ट बीच 7 शेयर हैं दमदार, 10-15 दिन में ही छाप देंगे पैसा!

Election Results से पहले सोना सस्ता, जानें आज का ताजा रेट