देश के शहरी इलाकों में वर पक्ष की पहली पसंद अब प्लैटिनम की जूलरी होने लगी है। चेन, ब्रैसलेट या कान के झुमके की मांग बढ़ी है। ज्यादातर लोग इसकी खरीदारी कर रहे हैं।
इस समय सोने की कीमत साढ़े 63 हजार प्रति 10 तक पहुंच गई है। जबकि प्रति 10 ग्राम प्लैटिनम की कीमत 25 हजार रुपए है यानी सोने की कीमत प्लैटिनम की कीमत से करीब 2.5 गुना ज्यादा है।
ज्वेलरी बिजनेस से जुड़े व्यापारियों का कहना है कि सोने की कीमतों की वजह से अब लोग प्लैटिनम की ज्वेलरी पर शिफ्ट कर रहे हैं। यही कारण है कि प्लैटिनम के गहने 25-30% तक बढ़ गए हैं।
सोने की तुलना में प्लैटिनम से बनी ज्वेलरी में डिजाइन के ऑप्शन ज्यादा हैं। इसका मतलब कम कीमत में प्लैटिनम की ज्वेलरी ज्यादा विकल्प देती है। इस वजह से सोने पर भारी पड़ रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस फेस्टिव सीजन में प्लैटिनम ज्वेलरी में 25 फीसदी से ज्यादा उछाल आई। प्लैटिनम ज्वेलरी का मेकिंग कॉस्ट ज्यादा है लेकिन सोने की तुलना में कम।
शहरी और ग्रामीण इलाकों में प्लैटिनम ज्वेलरी का क्रेज बढ़ा है। 2 लाख से कम कीमत वाले ब्रैसलेट या चेन लोग ज्यादा खरीद रहे हैं। इससे ज्यादा गहने खरीदने पर पैन कार्ड देना होगा।
40 ग्राम सोने की ज्वेलरी बनाने में 2.5 लाख से ज्यादा रुपए देने पड़ते हैं, जबकि इतनी ही प्लैटिनम ज्वैलरी के लिए 1 लाख रुपए देने पड़ते है। ऐसी स्थित में पैन कार्ड की जरूरत नहीं पड़ती
एक रिपोर्ट के अनुसार, यंग जेनरेशन में सोने की ज्वेलरी की बताय सॉवरेन गोल्ड ब्रांड में दिलचस्पी बढ़ी है। सोने की ज्वेलरी कम पसंद होने के पीछे ये भी एक कारण है।