देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI के शेयर में काफी समय से सुस्ती नजर आ रही है। शुक्रवार, 4 अप्रैल 2025 की सुबह 11 बजे तक यह शेयर गिरावट के साथ 777.70 रुपए पर ट्रेड कर रहा है।
ब्रोकरेज फर्म UBS ने SBI शेयर की रेटिंग सेल से अपग्रेड कर न्यूट्रल कर दिया है। इसका टारगेट प्राइस भी 760 रुपए से बढ़ाकर 840 रुपए कर दिया है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के शेयर ने पिछले साल जून में अपना 916 रुपए का हाई बनाया था। इसके बाद से ही इसमें करेक्शन चल रहा था और मार्च 2025 में शेयर 680 रुपए के लो पर पहुंच गया था।
ब्रोकरेज UBS ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि SBI के लिए रिस्क-रिवॉर्ड अट्रैक्टिव है। 8वें वेतन आयोग की मंजूरी और 12 साल तक इनकम टैक्स फ्री होने से एसबीआई कस्टमर्स पॉजिटिव हैं।
ब्रोकरेज के अनुसार, नेट इंटरेस्ट मार्जिन्स (NIMs) को लेकर रिस्क है लोकिन लिमिटेड। आने वाले समय में कॉस्ट ऑफ डिपॉजिट घट सकती है। जिसका फायदा मिलेगा। लोन-डिपॉजिट ग्रोथ भी बूस्ट होगा।
बैंक ऑफ बड़ौदा का शेयर भी लंबे समय से करेक्शन में चल रहा है। शुक्रवार, 4 अप्रैल की सुबह 11 बजे तक शेयर मामूली गिरावट के साथ 236.35 रुपए पर कारोबार कर रहा है।
बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयर की रेटिंग भी UBS ने अपग्रेड कर न्यूट्रल से बाय कर दिया है। इसका टारगेट प्राइस अब 270 रुपए से बढ़ाकर 290 रुपए कर दिया है।
बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयर का 52 वीक हाई लेवल 298 रुपए है, जबकि इसका लो लेवल 190 रुपए है, जहां शेयर मार्च 2025 में पहुंचा था। हालांकि, एक महीने में इसमें करीब 20% की रिकवरी आई है।
ब्रोकरेज का कहना है कि बैंक ऑफ बड़ौदा का शेयर अट्रैक्टिव वैल्युएशन पर ट्रेड कर रहा है। FY25-27 में बैंक का लोन ग्रोथ 12% की रेट से बढ़ने की उम्मीद है। NIMs पर भी असर दिख सकता है।
किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।