सुपरमार्केट के एंट्री गेट पर सबसे ज्यादा ध्यान खींचने वाले आइटम रखे जाते हैं। बाय वन गेट वन फ्री या लिमिटेड ऑफर। ये आकर्षक होते हैं, लेकिन अक्सर आपको उनकी जरूरत नहीं होती है।
छोटे पैक महंगे पड़ते हैं। अक्सर हम सोचते हैं कि कम पैक तो सस्ता है, लेकिन प्रति यूनिट कीमत ज्यादा होती है। ऐसे में बड़े पैक लें। कीमत प्रति ग्राम या लीटर चेक करें।
कैशियर के पास चॉकलेट, चिप्स और सस्ता-सस्ता स्नैक्स रखे होते हैं। कई बार बिना सोचे-समझे ले लेते हैं। इससे बचने के लिए चेकआउट से पहले मन बनाएं कि कुछ एक्स्ट्रा नहीं लेना है।
कुछ आइटम्स के पुराने और नए प्राइस टैग दिखाकर भ्रम फैलाया जाता है। इससे बचने के लिए बारकोड या बिल पर कीमत चेक करें या फिर मोबाइल ऐप से प्राइस तुलना कर लें।
फ्री में मिलने वाले सैंपल कभी-कभी आपको ब्रांड खरीदने के लिए आकर्षित करते हैं। इससे बचने के लिए फ्री सैंपल को एंजॉय करें लेकिन खरीदारी सिर्फ जरूरत के अनुसार करें।
सुपरमार्केट में अक्सर आंखों के लेवल पर महंगे आइटम रखे जाते हैं। ये ध्यान खींचते हैं। इनसे बचने के लिए अपनी लिस्ट के अनुसार ही शॉपिंग करें। ऊपर-नीचे और सस्ते विकल्प भी देखें।
कई बार ऑफर आपको ज्यादा खरीदने के लिए मजबूर कर देते हैं, जबकि असल में वो आइटम ज्यादा जरूरी नहीं। इसलिए सिर्फ वही लें जिसकी जरूरत है। ऑफर में ज्यादा खरीदने से बचत कम हो सकती है।
महंगे ब्रांडिंग और आकर्षक पैकेजिंग के कारण आप कम यूजफुल चीजें भी खरीद लेते हैं। हमेशा जरूरत और कीमत पर ध्यान दें। कम ब्रांडेड, क्वालिटी वाले ऑप्शन ही अपनाएं।
वीकली मेगा सेल या स्पेशल वीकेंड ऑफर जैसे टैग देखकर ज्यादातर लोग ज्यादा खरीद लेते हैं। ऐसा करने से पहले अपनी लिस्ट बनाएं। ऑफर के चक्कर में ज़रूरत से ज्यादा सामान न लें।
कई बार आइटम की कीमत गलत डाल दी जाती है या ऑफर सही तरीके से लागू नहीं होता है। इसलिए बिल चेक करें और किसी भी गलती को तुरंत बताएं। छोटे-छोटे आइटम्स भी ध्यान से चेक करें।