हिंडनबर्ग ने अपनी नई रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि सेबी चीफ माधबी पुरी बुच का कनेक्शन अदानी ग्रुप से है। माधबी बुच और अडानी ग्रुप ने इस रिपोर्ट के आरोपों को गलत और झूठा बताया है।
हिंडनबर्ग की पिछली रिपोर्ट आने के बाद अडानी ग्रुप को बड़ा नुकसान हुआ था। उसके शेयरों में बड़ी गिरावट आई थी। ऐसे में हर किसी की नजर सोमवार को बाजार खुलने पर है।
शेयर मार्केट एक्सपर्ट्स को इस रिपोर्ट का बाजार पर असर पड़ने की उम्मीद कम है। उनका कहना है कि पिछली रिपोर्ट सीधे अडानी ग्रुप के खिलाफ थी लेकिन बाद में निकला की ऐसा कुछ नहीं है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट में आरोप किसी स्टॉक पर नहीं बल्कि सेबी चेयरपर्सन पर है। अगर रिपोर्ट का असर शेयर पर दिखता है तो लंबे समय के लिए निवेश का मौका बन सकता है।
मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार, हिंडनबर्ग के आरोप का असर अगर अडानी ग्रुप के शेयरों पर पड़ता भी है और कुछ गिरावट आ भी रही है तो चिंता की बात नहीं, इसमें जल्द ही रिकवरी भी हो सकती है।
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस समय बाजार में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। ऐसे में अगर घरेलू बाजार में कुछ गिरावट आती भी है तो वह सामान्य होगी, न कि इस रिपोर्ट का असर।
हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में सेबी चीफ माधबी बुच और उनके पति धवल बुच पर अडानी ग्रुप से जुड़ी ऑफशोर कंपनी से कनेक्शन का आरोप है, जिससे अडानी ग्रुप और सेबी चीफ ने इनकार कर दिया है।
शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।