शेयर बाजार में गुरुवार 3 अक्टूबर को हाहाकार मच गया। सेंसेक्स जहां 1700 अंक टूट गया, वहीं निफ्टी भी 550 अंक लुढ़क गया।
गिरावट के चलते फिलहाल सेंसेक्स 82500 के लेवल पर ट्रेड कर रहा है, जबकि निफ्टी भी 25,250 के लेवल पर पहुंच गया है।
शेयर बाजार में गिरावट के चलते एक झटके में निवेशकों के 10 लाख करोड़ रुपए डूब गए हैं। सभी सेक्टोरल इंडेक्स 2 से ढाई परसेंट तक नीचे हैं। जानते हैं आखिर क्यों अचानक गिरा शेयर बाजार?
शेयर बाजार में गिरावट की सबसे बड़ी वजह ईरान का इजराइल पर हमला करना है। इस हमले के बाद मिडिल-ईस्ट में तनाव अपने चरम पर पहुंच चुका है।
इसके अलावा शेयर मार्केट में गिरावट की एक और वजह सेबी द्वारा F&O ट्रेडिंग पर लाए गए सख्त नियम हैं। इसके तहत अब हर एक्सचेंज की एक हफ्ते में 1 साप्ताहिक एक्सपायरी होगी।
1 अप्रैल से इंट्राडे पोजीशन लिमिट की भी निगरानी की जाएगी। इससे निवेशकों के बची पैनिक क्रिएट हो गया। शंका है कि रिटेल निवेशक बाजार से पैसा खींच लेंगे।
ईरान-इजराइल में बढ़ती तकरार और जंग छिड़ने के आसार बनते जा रहे हैं। इसके चलते क्रूड ऑयल की कीमतें तेजी से बढ़ने लगी हैं। क्रूड फिलहाल 74 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर पहुंच गया है।
मिडिल-ईस्ट में तनाव के साथ ही रूस-यूक्रेन के बीच चल रही जंग भी थमती नहीं दिख रही। इसके चलते विदेशी संस्थागत निवेशक बिकवाली कर रहे हैं। जिसका प्रेशर बाजार पर पड़ रहा है।