25 मार्च मंगलवार को शेयर बाजार में भारी उथल-पुथल देखने को मिली। शुरुआत में सेंसेक्स-निफ्टी ने जो बढ़त बनाई, दोपहर तक सब गंवा दी।
बाद में सेंसेक्स दिन के उच्चतम स्तर से करीब 800 अंक लुढ़क गया और आखिर में 32 प्वाइंट की मामूली बढ़त के साथ फ्लैट बंद हुआ। निफ्टी में भी महज 10 अंकों की तेजी रही।
सुबह बाजार में अच्छी-खासी तेजी के बाद आखिर ऐसा क्या हुआ कि बाजार अचानक धराशायी हो गया। जानते हैं मार्केट में गिरावट की 3 सबसे बड़ी वजहें।
पिछले 6 कारोबारी सत्र से बाजार में लगातार तेजी थी। इस तेजी को भुनाने के लिए मंगलवार को लोगों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी, जिसके चलते बाजार पर प्रेशर बना।
एशियाई बाजारों में कमजोरी देखने को मिली, जिसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिला। अमेरिका को डो जोंस, साउथ कोरिया का कोस्पी गिरावट पर बंद हुए।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऑटो सेक्टर पर नए टैरिफ लगाने के संकेत दिए हैं। इससे निवेशकों में डर का माहौल बना हुआ है। निवेशक फिलहाल नई खरीदारी से दूरियां बना रहे हैं।
मंगलवार 25 मार्च को भारी बिकवाली के चलते NSE के 13 में से 11 सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान पर बंद हुए। निफ्टी बैंक और IT में ही बढ़त देखने को मिली।
सबसे ज्यादा गिरावट जोमैटो, इंडसइंड बैंक, अडानी पोर्ट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और SBI के शेयरों में दिखी।