पेनी स्टॉक बेहद सस्ते होते हैं। इन्हें भंगार शेयर या चवन्नी स्टॉक भी कहते हैं। पिछले कुछ सालों में कई ऐसे स्टॉक रहें, जिन्होंने 200% से 2000% तक का जबरदस्त रिटर्न भी दिया है।
पेनी स्टॉक की कोई तय परिभाषा नहीं है। बस कम दाम वाले शेयर इस कैटेगरी में आते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, 10-15 रुपये तक के शेयर पेनी स्टॉक्स की कैटेगरी में आ सकते हैं।
बहुत लोगों को लगता है कि पेनी स्टॉक में कम पैसे लगा ज्यादा रिटर्न पा सकते हैं लेकिन हकीकत कुछ और है। पेनी स्टॉक्स में इक्का-दुक्का लोग ही पैसे कमा पाते हैं, बाकी नुकसान ही उठाते है
पेनी स्टॉक्स की कंपनियों का वैल्यूएशन काफी कम होता है। इनके फंडामेंटल्स चेक करने पर पता चलेगा कि टर्नओवर भी मामूली है। शेयर कम दाम के होते हैं तो नए निवेशक कभी न कभी फंस जाते हैं।
पेनी स्टॉक की कंपनियों का वैल्यूएशन कम होने से शेयरों को ऑपरेट करना आसान है। हर्षद मेहता ने ऐसे ही पैसे बनाए थे। सेबी सख्त है लेकिन छोटे-बड़े लेवल पर इन्हें ऑपरेट किया जा सकता है
एक्सपर्ट्स का कहना है कि पेनी स्टॉक की कंपनी के बारें में पूरी रिसर्च करें। कंपनी की वेबसाइट देखें। इससे कंपनी की हालत का अंदाजा लग जाएगा और समझ आ जाएगा कि निवेश करना है या नहीं।
पेनी स्टॉक ही नहीं किसी भी शेयर में पैसा लगाने से पहले कंपनी के बारें में अच्छे से रिसर्च करें। उसका रिकॉर्ड चेक करें। पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद ही किसी भी स्टॉक में पैसा लगाएं।
पेनी स्टॉक में निवेश बहुत ज्यादा जोखिम भरा है। जब बाजार चढ़ता है तब लोग शेयर खरीदने लगते हैं, गिरावट आने पर शेयर बिकना मुश्किल हो जाता है। शेयर के वैल्यू भी तेजी से कम हो सकती है।
कई बार पेनी स्टॉक में फंसाया भी जाता है। कई वेबसाइट्स पर कई गुना रिटर्न वाले दावे देखकर लोग उस स्टॉक में पैसा लगा देते हैं। कई यूट्यब चैनल पर भी इस तरह के खेल चल रहे हैं, इनसे बचें
वैसे तो पेनी स्टॉक से दूर रहना चाहिए लेकिन कुछ स्टॉक्स ऐसे भी हैं, जिनमें गलती से भी निवेश नहीं करना चाहिए। जिनमें बार-बार अपर या लोअर सर्किट लगता हो, उनसे दूर रहने में ही भलाई है।