प्याज की कीमत बढ़ने से राहत मिली नहीं थी कि टमाटर ने भी रंग दिखाना शुरू कर दिया है। प्याज खुदरा में 40 रुपए किलो तक बिक रहा है। वहीं, टमाटर की कीमत 80 रुपए किलो तक पहुंच गई है।
हिमाचल प्रदेश में इन दिनों भारी बारिश हो रही है। फ्लैश फ्लड आ रहे हैं। इसके चलते सड़कें टूट गईं हैं। सड़क मार्ग बाधित होने से बाजार में टमाटर की आपूर्ति प्रभावित हुई है।
इसके चलते खुदरा बाजारों में टमाटर की कीमत 80 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। एक महीने पहले टमाटर खुदरा में 35 रुपए प्रति किलो बिक रहा था।
पिछले साल भारी बारिश और फ्लैश फ्लड के कारण ऐसी ही स्थिति पैदा हो हुई थी। टमाटर की कीमतें 350 रुपए प्रति किलोग्राम से अधिक हो गई थीं।
कीमत बढ़ने के चलते मैकडोनाल्ड के कुछ दुकानों में टमाटर का इस्तेमाल बंद कर दिया गया है। उन्हें पर्याप्त मात्रा में अच्छे टमाटर नहीं मिल रहे हैं।
बारिश के मौसम में आमतौर पर सब्जियों की कीमतें बढ़ जाती हैं। बारिश की वजह से सब्जियों के खेत से बाजार तक आने में बाधा पड़ती है। अधिक बारिश होने पर सब्जी के पौधे सूख जाते हैं।
टमाटर की फसल को इस साल पहले बहुत अधिक गर्मी और अब भारी बारिश से नुकसान हुआ है। जून में ही टमाटर की कीमतें बढ़ने लगीं थी। दक्षिणी भारत में टमाटर की फसल अधिक खराब हुई है।
दिल्ली के आजादपुर मंडी थोक बाजार के सब्जी व्यापारी मनोज कुमार ने बताया है कि भारी बारिश के बाद हिमाचल से टमाटर की आपूर्ति कम हो गई है। इसकी कीमत अभी और बढ़ सकती है।