अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल की रात से भारत पर 26 प्रतिशत रेसिप्रोकल टैरिफ लगा दिया है।
भारत के अलावा उन्होंने चीन पर 34%, यूरोपीय यूनियन पर 20%, साउथ कोरिया पर 25%, जापान पर 24%, वियतनाम पर 46% और ताइवान पर 32% टैरिफ लगाया है।
रेसिप्रोकल टैरिफ 9 अप्रैल की रात 12 बजे से लागू हो जाएंगे। ऐसे में ये जानना जरूरी है कि भारत अमेरिका को कौन-कौन से सामान बेचता है और इसका उस पर क्या असर पड़ेगा।
भारत अमेरिका को मेडिसिन, जेम स्टोन, मोती और कपड़े बेचता है। भारत कुल 33 अरब डॉलर के रत्न-आभूषण एक्सपोर्ट करता है, जिसमें सबसे ज्यादा 30% अमेरिका को ही बेचता है।
भारत कई जेनेरिक दवाएं भी अमेरिका को बेचता है। वो अमेरिका को कुल जेनेरिक मेडिसिन का 47% हिस्से की सप्लाई करता है। हालांकि, फार्मा सेक्टर को ट्रंप ने काफी राहत दी है।
इसके अलावा भारत अमेरिका को कपड़ों का भी निर्यात करता है। वित्त वर्ष 2023-24 में अमेरिका को कुल 9.6 अरब डॉलर के कपड़े बेचे गए।
भारत के कुल कपड़ा निर्यात में 28 प्रतिशत हिस्सेदारी अमेरिका की है। ऐसे में रेसिप्रोकल टैरिफ का असर टेक्सटाइल इंडस्ट्री पर भी पड़ने की संभावना है।
ट्रंप ने टैरिफ से कुछ चीजों को छूट दी है, जिनमें तांबा, वुडन से बने आइटम्स, कुछ खास तरह के मिनरल्स और एनर्जी प्रोडक्ट्स शामिल हैं।
बता दें कि 2023-24 में भारत ने अमेरिका को कुल 77.52 अरब डॉलर का सामान निर्यात किया। वहीं अमेरिका से उसने 40.77 अरब डॉलर का सामान खरीदा।