वित्त मंत्री सीतारमण 1 फरवरी को बजट पेश करेंगी। आने वाले कुछ महीनों में चुनाव होने वाले है, इसलिए इस बार आम बजट के बदले अंतरिम बजट पेश होगा। आईए समझते है अंतरिम बजट के बारे में।
आसान शब्दों मे बजट सरकार के एक वित्त वर्ष में होने वाले आय-व्यय का ब्यौरा होता है। यह तीन प्रकार का होता है- 1. संतुलित बजट, 2. सरप्लस बजट 3. डेफिसिट बजट।
लोकसभा चुनाव से पहले सरकार अस्थाई बजट लेकर आती है। इसे ही अंतरिम बजट कहते है। यह कुछ ही महीने के लिए होता है। इसे जरुरत पड़ने पर बढ़ाया भी जा सकता है।
लोकसभा चुनाव से पहले यानी नई सरकार के बनने से पहले अंतरिम बजट लाया जाता है।
नई सरकार के गठन से पहले सरकार अंतरिम बजट लेकर आती है। इस बजट को पेश करने का उद्देश्य नई सरकार को सुरक्षित स्थिति देना है, जिससे वह अच्छी शुरुआत कर सके।
आम बजट पूरे वित्तीय वर्ष के लिए होता है। इसमें पूरे साल के लिए वित्तीय योजना बनाई जाती है। वही अंतरिम बजट में पहले से चल रही योजनाओं के लिए आवश्यक राशि दी जाती है।