बैंक अकाउंट, शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड जैसी जगहों पर पैसा लगाने बार-बार KYC करनी पड़ती है। इसी झंझट से छुटकारा दिलाने के लिए यूनिफॉर्म KYC या सेंट्रल KYC (CKYC) लाया जा रहा है।
यूनिफॉर्म KYC में आपको सिर्फ एक बार ही KYC डॉक्यूमेंट्स जमा करने होंगे। इसके बाद 14 अंकों का CKYC आइडेंटिफिकेशन नंबर मिलेगा, जिसका इस्तेमाल हर तरह के फाइनेंशियल कामों में कर पाएंगे
बार-बार KYC करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कस्टमर्स की डिटेल्स और डॉक्यूमेंट्स को हर बार वेरीफाई करने की जरूरत भी नहीं होगी।
CKYC रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी पर जाकर फॉर्म भरें, डॉक्टूमेंट्स सेल्फ अटेस्ट करें, इमेल-मोबाइल नंबर और अन्य डिटेल्स भरें, वैरिफिकेशन के बाद 14 डिजिट का CKYC नंबर मिल जाएगा।
सभी ग्राहकों के लिए यह अनिवार्य नहीं होगी। फाइनेंशियल कामों में आप CKYC का ऑप्शन चुन सकते हैं। हर एक जगह अगर अलग-अलग KYC डॉक्यूमेंट्स जमा करने चाहते हैं तो CKYC नहीं भी ले सकते हैं
फोटो और एड्रेस प्रूफ प्रमुख डॉक्यूमेंट हैं। इसके अलावा पैन कार्ड और आधार कार्ड, कोई अन्य ऑफिशियल डॉक्यूमेंट जैसे पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस भी आप चाहें तो दे सकते हैं।
CKYC के लिए डेटा की प्राइवेसी और सिक्योरिटी मेंटेन करना बड़ी चुनौती हो सकती है। किसी डेटा के उल्लंघन से लोगों की पर्सनल डिटेल्स लीक हो सकती है। इससे वैरीफाइ प्रॉसेस को नुकसान होगा।