इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने चीन को बड़ा झटका देते हुए बिल्ट एंड रोड इनीशिएटिव (BRI) प्रोजेक्ट से खुद को अलग कर लिया है।
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की अगुवाई वाली एक टीम ने इस बारे में चीन की सरकार को जानकारी दे दी है। इटली के इस फैसले से चीन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
बता दें कि इटली और चीन के बीच कई हफ्तों तक इस BRI प्रोजेक्ट पर बातचीत भी हुई, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं निकला।
23 मार्च, 2019 को इटली के तत्कालीन प्रधानमंत्री ग्यूसेप कोंटे ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ इस समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
वहीं, इटली के पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि अरबों डॉलर वाले इस प्रोजेक्ट में शामिल होने के लिए चीन ने इटली के पूर्व प्रधानमंत्री ग्यूसेप कोंटे को बहकाया था।
इटली का कहना है कि चीन के अरबों डॉलर के बेसिक इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट उसे उसे कोई फायदा नहीं हुआ है। यही वजह है कि इटली में चीन के इस BRI प्रोजेक्ट की जमकर आलोचना हुई।
बता दें कि 2013 में चीन ने बेल्ड एंड रोड इनीशिएटिव (BRI) प्रोजेक्ट शुरू किया था। इसका उद्देश्य कई देशों को सड़क, रेलवे और पोर्ट्स के साथ जोड़ना है।
जॉर्जिया मेलोनी इटली की प्रधानमंत्री हैं। 46 साल की मेलोनी को Forbes ने 2023 की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं में चुना है। उन्हें इस लिस्ट में चौथा स्थान मिला है।