रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्राइवेट सेक्टर के प्रमुख बैंकों में से एक यस बैंक ने बड़ी संख्या में कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया है। उनकी छंटनी का आदेश दिया गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यस बैंक ने करीब 500 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का आदेश दिया है। दावा है कि आने वाले दिनों में ये आंकड़ा और भी बढ़ सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यस बैंक लागत कम करने पर फोकस कर रही है, जिसके लिए छंटनी (Yes Bank Layoff 2024) की गई है।
यस बैंक ने निकाले गए कर्मचारियों को राहत पैकेज के तौर पर 3 महीने की सैलरी दी है। इस छंटनी का सबसे ज्यादा असर ब्रांच बैंकिंग पर पड़ा है। सबसे ज्यादा कर्मचारी यहीं से निकाले गए हैं।
इस छंटनी का असर यस बैंक के थोक बैंकिंग से लेकर खुदरा बैंकिंग तक हुआ है। बैंक ने लागत कम करने का काम एक मल्टीनेशनल कंसल्टेंट को दिया है, जिसकी सलाह पर छंटनी की गई है।
यस बैंक लागत कम करने के लिए डिजिटल बैंकिंग पर फोकस कर रहा है। इससे मैनुअली हस्तक्षेप की जरूरत कम होगी। इससे बैंक की निर्भरता कर्मचारियों पर कम होगी।
पिछले कुछ सालों में यस बैंक की लागत काफी तेजी से बढ़ी है। बीते वित्त वर्ष में लागत में करीब 17% तेजी आई है। इस दौरान बैंक का कर्मचारियों पर खर्च 12 प्रतिशत से अधिक बढ़ा है।