फार्मेसी में डिप्लोमा 2 साल का कोर्स है। इसमें फार्माकोलॉजी, फार्मास्यूटिक्स जैसे विषय शामिल हैं। अस्पतालों, क्लीनिकों में फार्मेसी तकनीशियनों, सहायकों के रूप में जॉब ऑप्शन हैं।
चार साल का ग्रेजुएट कोर्स है जिसमें फार्मास्युटिकल कैमेस्ट्री, फार्माकोलॉजी, फार्माकोग्नॉसी और फार्मास्युटिकल एनालिसिस शामिल हैं। फार्मेसी, रिसर्च या उद्योग में करियर बना सकते हैं।
यह एक प्रोफेशनल डिग्री प्रोग्राम है। चार साल के इस कोर्स के बाद छात्र ग्रेजुएशन लाइसेंस एग्जाम देने और विभिन्न फार्मेसी सेटिंग्स में काम करने के पात्र हैं।
डॉक्टर ऑफ फार्मेसी बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक फार्मेसी 6 साल का ड्यूल डिग्री प्रोग्राम है।कोर्स के बाद आयुर्वेदिक क्लीनिक,अस्पतालों, फार्मेसियों सहित विभिन्न सेटिंग्स में काम कर सकते हैं।
बैचलर ऑफ होम्योपैथिक फार्मेसी 4 साल का कोर्स है जो होम्योपैथी और फार्मास्युटिकल के सिद्धांतों पर केंद्रित है। ग्रेजुएट्स क्लीनिक, अस्पतालों, फार्मेसियों में काम कर सकते हैं।
यह 5 साल का कोर्स है जो पारंपरिक यूनानी प्रणाली पर केंद्रित है। कार्यक्रम में यूनानी औषध विज्ञान, हर्बल चिकित्सा, सर्जरी और नैदानिक अभ्यास जैसे विषयों को शामिल किया गया है।
यह 4 साल का ग्रेजुएशन कोर्स है जो नेचुरोपैथी और योग के सिद्धांतों को जोड़ता है। स्नातक प्राकृतिक चिकित्सा क्लीनिक, कल्याण केंद्र और योग स्टूडियो में काम कर सकते हैं।
12वीं के बाद सबसे अधिक डिमांड वाले फार्मेसी कोर्स में से एक यह 4 साल का ग्रेजुएशन कोर्स है। स्नातक फार्मास्युटिकल कंपनियों, रिसर्च संस्थानों, एजेंसियों में काम कर सकते हैं।
यह 4 साल का कोर्स है जो बायोटेक्नोलॉजी और फार्मास्युटिकल साइंस के सिद्धांतों को जोड़ता है। स्नातक बायोटेक कंपनियों, फार्मास्युटिकल कंपनियों, रिसर्च संस्थानों में काम कर सकते हैं।
यह 4 साल का ग्रेजुएशन कोर्स है जो शरीर में दवा की क्रिया के तंत्र की गहरी समझ प्रदान करता है। ग्रेजुएट्स रिसर्च संस्थान, फार्मास्युटिकल कंपनियों, एजेंसियों में काम करते हैं।