जैन धर्म के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल पलिताना में मांसाहार पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। 2014 में इस शहर को आधिकारिक तौर पर शाकाहारी घोषित किया गया।
द्वारका एक प्रमुख हिंदू तीर्थ स्थल है और यहां भी मांसाहार पर प्रतिबंध है। मंदिर के आसपास के क्षेत्र में केवल शाकाहारी भोजन की ही अनुमति है।
सोमनाथ मंदिर के आसपास के क्षेत्र में भी मांसाहार की बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध है। यहां के स्थानीय नियमों के अनुसार, मंदिर के पास शाकाहारी भोजन की ही अनुमति है।
हरिद्वार के समान, ऋषिकेश में मांसाहार पर प्रतिबंध है। यहां योग और ध्यान के केंद्रों के कारण शाकाहारी भोजन को ही प्राथमिकता दी जाती है।
पुष्कर में, जो एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है, मांसाहार पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। यहां केवल शाकाहारी भोजन ही परोसा जाता है।
हरिद्वार में मांसाहार की बिक्री और सेवन पर सख्त प्रतिबंध है। इस धार्मिक स्थल पर शाकाहारी भोजन ही उपलब्ध होता है।
भगवान कृष्ण के इस पवित्र शहर में मांसाहार पूरी तरह से प्रतिबंधित है। यहां केवल शाकाहारी भोजन ही मिलते हैं।
माउंट आबू, राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन है, यहां कई धार्मिक स्थल होने के कारण मांसाहार की बिक्री और सेवन पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं।
सांवलिया जी एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जहां मांसाहार की बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध है। यह क्षेत्र पूरी तरह से शाकाहारी क्षेत्र घोषित किया गया है।
भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में भी मांसाहार पर सख्त प्रतिबंध है। यहां शाकाहारी भोजन का ही प्रचलन है।