म्यूजियम और एग्जीबिशन जैसे ट्रिप से बच्चों को प्रैक्टिकल एजुकेशन का फायदा मिलता हैं ऐसे अनुभव आजीवन उनमें सीखने के लिए रुचि जगा सकते हैं।
साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ्स जैसे सब्जेक्ट वाइज एक्टिविटी को एक्सप्लोर करें। इससे प्रॉब्लम सॉल्विंग एबिलिटी बढ़ती है। सोचने की क्षमता विकसित होती है।
आवश्यकता पड़ने पर अपने बच्चों का मार्गदर्शन करें, लेकिन उन्हें खुद से करने के लिए प्रोत्साहित करें। होमवर्क और प्रोजेक्ट रिस्पांसबिलिटी और रिसर्च स्किल सिखाती हैं।
आत्म-अभिव्यक्ति और कल्पना को बढ़ावा देने के लिए आर्ट, म्यूजिक और क्रिएटिव राइटिंग के लिए प्रोत्साहित करें।
अपने बच्चे के साथ सीखने और अचीव किये जा सकने वाले गोल सेट करें। इससे जैसे-जैसे वे आगे बढ़ते हैं प्रेरणा और उपलब्धि की भावना बढ़ती है।
सीखने को अट्रैक्टिव और इंटरैक्टिव बनाने के लिए एजुकेशनल ऐप्स का उपयोग करें। विभिन्न एज ग्रुप और सब्जेक्ट के अनुरूप कई ऐप्स मौजूद हैं।
स्पोर्ट्स, म्यूजिक या क्लब जैसी एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज एक्सप्लोर करें। ये एक्टिविटीज शिक्षा के प्रति टीम वर्क, टाइम मैनेजमेंट और अच्छी तरह से काम करना सिखाती हैं।
करेंट इवेंट, प्रॉब्लम सॉल्विंग सिनारियो जैसी चीजें डिस्कस कर अपने बच्चों की क्रिटिकल थिंकिंग को इनकरेज करें।
पढ़ने की आदत डेवलप करें। अपने बच्चे के साथ नियमित रूप से पढ़ें आर उसकी वोकैबलरी और इमेजिनेशन का विस्तार करें।
अपने बच्चे के प्रश्नों उत्सुकता के साथ जवाब दे कर उनकी क्यूरोसिटी को बढ़ावा दें। उनको उन विषयों का पता लगाने के लिए एनकरेज करें जिनके बारे में वे उत्सुक हैं।