कहा जाता है कि जीवन में सफलता के लिए एक अच्छा गुरु होना बहुत जरूरी है। अंबानी परिवार ने भी इसी सिद्धांत को अपनाया है।
मुकेश अंबानी और उनके परिवार के लिए रमेश भाई ओझा एक महत्वपूर्ण गुरु हैं। रमेश भाई ओझा एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु हैं, अंबानी के हर बड़े फैसले में महत्वपूर्ण सलाहकार बन चुके हैं।
रमेश भाई ओझा गुजरात के पोरबंदर में 'संदीपनी विद्यानिकेतन आश्रम' चलाते हैं। उनके इस आश्रम का प्रभाव न केवल अंबानी परिवार पर बल्कि देश के कई बड़े नेताओं पर भी है।
रमेश भाई ओझा का अंबानी परिवार से जुड़ाव तब शुरू हुआ जब धीरूभाई अंबानी अपने करियर के ऊचाइयों पर थे। उनकी सलाह अंबानी परिवार के हर छोटे-बड़े निर्णय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
मुकेश अंबानी अपने बिजनेस में नए कदम उठाने से पहले हमेशा अपने गुरु से सलाह लेते हैं। कहा जाता है जब अंबानी भाइयों के बीच बिजनेस विवाद हुआ था, तब रमेश भाई ओझा ने ही सही दिशा दिखाई।
धीरूभाई अंबानी की पत्नी कोकिलाबेन ने 1997 में राम कथा के लिए रमेश भाई ओझा को आमंत्रित किया था। उनके उपदेशों से अंबानी का रिश्ता और मजबूत हो गया। इसके बाद वे परिवार के गुरु बन गए।
रमेश भाई ओझा का प्रभाव केवल अंबानी परिवार तक सीमित नहीं है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुजरात के कई प्रमुख नेता भी उनके आश्रम में जाकर उनसे सलाह लेते हैं।