AMU अल्पसंख्यक दर्जे पर SC ने फैसला सुना दिया है। CJI चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली 7 जजों की पीठ ने कहा है-अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा बरकरार रहेगा।
AMU के अल्पसंख्यक दर्जे को बरकरार रखने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बीच जानें उन टॉप पर्सनालिटीज के बारे में जिन्होंने AMU से अपनी शिक्षा हासिल की।
इन्होंने अपने क्षेत्रों में बेहतरीन कार्य किया। इनकी उपलब्धियां इस विश्वविद्यालय की महानता को और बढ़ाती हैं और यह साबित करती हैं कि शिक्षा से बड़ी से बड़ी मंजिल पा सकते हैं।
भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने AMU से शिक्षा हासिल की थी। देश की राजनीति और कूटनीति में अहम योगदान दिया और भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में कार्यकाल पूरा किया।
भारत के तीसरे राष्ट्रपति, जाकिर हुसैन, जो AMU के छात्र रहे, एक महान शिक्षाविद और समाज सुधारक थे। उन्होंने भारतीय शिक्षा प्रणाली को एक नई दिशा दी और शिक्षकों के लिए प्रेरणा बने।
सर सय्यद अहमद ख़ान, जिन्होंने AMU की नींव रखी, भारत में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने वाले नेता और समाज सुधारक थे। उनका योगदान आज भी AMU में महसूस किया जाता है।
मशहूर इतिहासकार इरफान हबीब ने AMU से शिक्षा प्राप्त की थी और भारतीय इतिहास को एक नए दृष्टिकोण से देखा और लिखा। उनकी ऐतिहासिक शोध भारतीय इतिहास लेखन का अहम हिस्सा बन चुकी है।
अभिनेता सईद जाफरी का नाम भारतीय सिनेमा के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। AMU से पढ़ाई के बाद, उन्होंने दुनिया भर में अभिनय का लोहा मनवाया। फिल्म इंडस्ट्री में जगह बनाई।
नसीरुद्दीन शाह, भारतीय सिनेमा के अभिनेता और निर्देशक, जो AMU के छात्र रहे, ने अपने अभिनय के जरिए थिएटर और फिल्म इंडस्ट्री में एक नई दिशा दी। उनका काम आज भी प्रेरणादायक है।
जाकिर नाइक, एक प्रसिद्ध इस्लामिक विद्वान और बर्तानवी-भारतीय उपदेशक, ने AMU में अपनी शिक्षा पूरी की। उनका काम दुनिया भर में इस्लाम के प्रति समझ बढ़ाने में योगदान देता है।