अंकुश सचदेवा, भारतीय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ShareChat के CEO और को फाउंडर हैं। ये 2024 के 'हुरुन इंडिया अंडर35' की पहली लिस्ट में सबसे युवा एंटरप्रेन्योर के रूप में शामिल हुए हैं।
यह सूची उन 150 भारतीय उद्यमियों की है, जो 35 साल या उससे कम उम्र के हैं और अपने क्षेत्रों में असाधारण काम कर रहे हैं। जिसमें अंकुश सचदेवा को पहले नंबर पर जगह मिली है।
अंकुश सचदेवा ने IIT कानपुर से कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में बी.टेक की डिग्री हासिल की है। 2014 में माइक्रोसॉफ्ट में इंटर्नशिप भी की थी फिर ShareChat को डेवलप करने आगे बढ़े।
आईआईटी कानपुर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान अंकुश सचदेवा ने 2015 में भानु प्रताप सिंह और फरीद अहसान के साथ मिलकर ShareChat की शुरुआत की थी।
यह पहला सम्मान नहीं है जो अंकुश सचदेवा को मिला है। इससे पहले 2018 में उन्हें और उनके दोनों को-फाउंडर को 'फोर्ब्स 30 अंडर 30 एशिया' लिस्ट में भी जगह मिली थी।
ShareChat एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है, जहां यूजर ट्रेंडिंग वीडियो देख और शेयर कर सकते हैं। लोग चैट रूम्स के जरिए एक-दूसरे से जुड़ सकते हैं। यह 15 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है।
आज ShareChat के गूगल प्ले स्टोर पर 500 M से अधिक डाउनलोड हैं। यह आसान नहीं था। अंकुश व 2 को-फाउंडर ने IIT में पढ़ाई के दौरान कई प्रयोग किए। सफल होने से पहले 17 बार हार मिली।
शुरुआत में अंकुश ने ShareChat के को-फाउंडर और चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर के रूप में काम किया, लेकिन 2017 में वे कंपनी के CEO बन गए और कंपनी को यूनिकॉर्न का दर्जा दिलाया।
अब ShareChat 40,000 Cr की कंपनी बन चुकी है।अंकुश ने Moj नामक शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म भी डेवलप किया, जिसे भारत में TikTok का जवाब माना गया। Moj के 100 M से अधिक डाउनलोड हो चुके हैं।