चिराग पासवान एक ऐसा नाम जो आज सिर्फ बिहार की राजनीति तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे देश में चर्चा में है। जानिए चिराग पासवान की एजुकेशन क्वालिफिकेशन और उनके दिलचस्प लाइफ फैक्ट्स।
चिराग पासवान की शुरुआती पढ़ाई दिल्ली के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) से हुई थी। उन्होंने यहीं से अपनी सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी पढ़ाई पूरी की।
चिराग पासवान को शुरू में तकनीकी चीजों में काफी दिलचस्पी थी। उन्होंने यूपी के झांसी स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में कंप्यूटर इंजीनियरिंग में B.Tech शुरू किया।
लेकिन चिराग ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी नहीं की। तीसरे सेमेस्टर के बाद ही उन्होंने यह कोर्स छोड़ने का फैसला लिया। उनके इस निर्णय ने सबको चौंका दिया।
इंजीनियरिंग छोड़ने के बाद चिराग ने फिल्मी दुनिया की राह चुनी। उन्होंने 2011 में ‘मिले ना मिले हम’ नाम की फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू किया, जिसमें उनके अपोजिट थीं कंगना रनौत।
फिल्म में चिराग टेनिस प्लेयर की भूमिका में थे। हालांकि, फिल्म दर्शकों को ज्यादा प्रभावित नहीं कर पाई और बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही। लेकिन इसने उन्हें एक अलग पहचान और आत्मविश्वास दी।
बॉलीवुड से लौटकर चिराग ने अपने पिता राम विलास पासवान के नक्शे कदम पर चलने का फैसला किया। 2012 में उन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) जॉइन की।
अगले ही आम चुनाव यानी 2014 में उन्होंने बिहार के जमुई सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की। यहीं से उनकी असली पॉलिटिकल जर्नी की शुरुआत हुई।
2019 तक आते-आते चिराग पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन चुके थे। पिता की मौत के बाद परिवार और पार्टी दोनों की जिम्मेदारी उन्हीं के कंधों पर आ गई।
2024 के लोकसभा चुनावों में 5 में से 5 सीटें जीतकर शानदार परफॉर्मेंस दी। इसके बाद मोदी सरकार ने उन्हें कैबिनेट मंत्री पद से नवाजा।
मोदी 3.0 सरकार में चिराग पासवान को फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। खास बात ये है कि यही मंत्रालय एक वक्त पर उनके पिता राम विलास पासवान भी संभाल चुके थे।
फिलहान चिराग पासवान बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में ज्यादा से ज्यादा सीट पर कब्जा जामने की कोशिश में हैं और एनडीए के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
चिराग पासवान की पढ़ाई भले ही पारंपरिक रूप से पूरी नहीं हुई, लेकिन उनका जीवन अनुभव और अलग-अलग क्षेत्रों में मिला exposure उन्हें आज एक वर्सेटाइल नेता बनाता है।