IAS टॉपर कनिष्क कटारिया की UPSC सफलता की कहानी बेहद प्रेरक है, जिन्होंने न सिर्फ UPSC परीक्षा पास की बल्कि पहले ही प्रयास में AIR 1 हासिल कर सबको चौंकाया। जानिए उनके बारे में।
कनिष्क कटारिया ने IIT बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया है। उन्हें पढ़ाई में हमेशा से गहरी रुचि रही और उन्होंने JEE 2010 में AIR 44 रैंक हासिल की थी।
इंजीनियरिंग करने के बाद उन्होंने दक्षिण कोरिया में Samsung कंपनी में नौकरी की, जहां उन्हें ₹1 करोड़ सालाना का पैकेज मिल रहा था। लेकिन उनकी मंजिल UPSC IAS था इसलिए जॉब छोड़ दी।
कनिष्क के पिता सांवेरमल वर्मा भी एक IAS अधिकारी रहे हैं। उनसे ही कनिष्क के मन में समाज सेवा की भावना जागी और IAS बनने का फैसला कर लिया। और 2018 में UPSC परीक्षा में टॉप कर दिखाया।
UPSC CSE 2018 में कनिष्क कटारिया ने कुल 1121 अंक प्राप्त किए, जिसमें 942 अंक लिखित परीक्षा में और 179 अंक इंटरव्यू में आए। उनका ऑप्शनल सब्जेक्ट मैथ्स था।
IAS बनने के बाद कनिष्क की राजस्थान कैडर में नियुक्ति हुई। वर्तमान में वे राजस्थान सरकार के कार्मिक विभाग में संयुक्त सचिव के पद पर कार्यरत हैं और जयपुर में पोस्टेड हैं।
कनिष्क कटारिया की कहानी उन युवाओं के लिए मिसाल है, जो अच्छी नौकरियों में होने के बावजूद कुछ बड़ा और देश के लिए करना चाहते हैं। अगर मन में सच्ची लगन हो, तो कोई भी राह मुश्किल नहीं।