कॉमर्स एक ऐसा फील्ड है जो बिजनेस, फाइनेंस, अकाउंटेंसी और इकोनॉमिक्स में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए बहुत बढ़िया करियर ऑप्शन प्रदान करता है।
कॉमर्स के छात्र बैंकिंग, कंसल्टेंसी, ऑडिटिंग, टैक्सेशन और अन्य विभिन्न क्षेत्रों में नौकरियां हासिल कर सकते हैं। जानें कॉमर्स स्टूडेंट्स के लिए हाई सैलरी जॉब ऑप्शन कौन-कौन से हैं।
यदि आप ने चार्टर्ड अकाउंटेंसी का कोर्स पूरा किया है तो आप ऑडिटिंग, टेक्सेशन, अकाउंटेंसी, फाइनेंशियल रिपोर्टिंग, कॉर्पोरेट फाइनेंस और बहुत कुछ कर सकते हैं।
एक सीए एमैन्युफैक्चरिंग, ट्रेडिंग, सर्विसेज, सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों में जॉब कर सकते हैं। भारत में ऐवरेज सैलरी 6-7 लाख प्रति वर्ष है।
फाइनेंशियल एनालिस्ट बैंकिंग, बीमा, म्यूचुअल फंड, शेयर बाजार, कॉर्पोरेट फाइनेंस जैसे फील्ड में काम कर सकता है। भारत में फाइनेंशियल एनालिस्ट का औसत वेतन ₹4-5 लाख प्रति वर्ष है।
मैनेजमेंट कलसंटेंट ऑर्गजाइजेशन की समस्याओं और चुनौतियों का समाधान करके उनके प्रदर्शन और दक्षता में सुधार करने में मदद करता है।
मैनेजमेंट कलसंटेंट मार्केटिंग, फाइनेंस, संचालन, ह्यूमन रिसोर्स और टेक्नोलॉजी जैसे विभिन्न डोमेन में काम कर सकता है। एक मैनेजमेंट कलसंटेंट का औसत वेतन ₹8-9 लाख प्रति वर्ष है।
इनवेस्टमेंट बैंकर स्टॉक, बॉन्ड जैसी प्रतिभूतियां जारी करके कंपनियों को पूंजी जुटाने में मदद करता है। कंपनियों को विलय, अधिग्रहण, पुनर्गठन, मूल्यांकन जैसे निर्णयों पर सलाह देता है।
इनवेस्टमेंट बैंकर विभिन्न वित्तीय संस्थानों जैसे बैंकों, इंश्योरेंस, म्यूचुअल फंड और प्राइवेट इक्विटी फर्मों में काम कर सकता है। भारत में औसत वेतन ₹9-10 लाख प्रति वर्ष है।
एक एक्चुअरी वह है जो बीमा, पेंशन, स्वास्थ्य सेवा, बैंकिंग और अन्य विभिन्न क्षेत्रों में रिस्क का आकलन और प्रबंधन करने के लिए गणितीय और सांख्यिकीय तरीकों को लागू करता है।
एक एक्चुअरी उन पॉलिसी और प्रोडक्ट को डिजाइन और मूल्यांकन कर सकता है जो व्यक्तियों और संगठनों को दुर्घटनाओं, आपदाओं और बाजार में उतार-चढ़ाव जैसी अनिश्चित घटनाओं से बचाते हैं।
एक एक्चुअरी विभिन्न संगठनों जैसे बीमा कंपनियों, पेंशन फंड, कंसल्टेंसी फर्मों और रेगुलेटरी बॉडी में काम कर सकता है। भारत में एक एक्चुअरी का औसत वेतन ₹10-14 लाख प्रति वर्ष है।