किंग कोबरा को लेकर कई कहानियां और मिथक प्रचलित हैं, जिनमें एक यह भी है कि यह सांप सदियों तक जीवित रहता है।
भारत में सांपों को लेकर डर और रोमांच का अनोखा मेल देखने को मिलता है। खतरनाक सांपों की बात आते ही सबसे पहले किंग कोबरा का नाम दिमाग में आता है।
किंग कोबरा की घातक विषाक्तता और विशाल आकार इसे और भी रहस्यमय बनाते हैं। लेकिन क्या यह सांप सच में सदियों तक जीवित रहता है? सच्चाई आगे जानिए
किंग कोबरा, जिसे दुनिया का सबसे बड़ा विषैला सांप माना जाता है, औसतन जंगल में 20 से 25 साल तक जीवित रहता है।
अगर किंग कोबरा को सही देखभाल और नियंत्रित वातावरण में रखा जाए, तो यह 30 साल तक भी जी सकता है। सदियों तक जीवित रहने का दावा केवल एक मिथक है।
सांप समय-समय पर अपना केंचुल उतारते हैं। यह प्रक्रिया उनके स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी होता है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि यह उन्हें एक नई जिंदगी देता है।
जहां किंग कोबरा की उम्र लंबी होती है, वहीं अधिकांश सांप औसतन 8 से 10 साल तक जीवित रहते हैं।
सांपों का जीवन चक्र तीन चरणों में बंटा होता है: अंडा, किशोर और वयस्क। हर प्रजाति में इन चरणों की अवधि अलग हो सकती है, लेकिन प्रक्रिया एक जैसी रहती है।
किंग कोबरा का सदियों तक जीना और केंचुल से नई जिंदगी पाना केवल कहानियों का हिस्सा है। असलियत में सांप भी बाकी जीवों की तरह अपने प्राकृतिक जीवन चक्र का पालन करते हैं।