फाल्गुनी नायर नायका की फाउंडर और सीईओ हैं। 19 फरवरी 1963 को मुंबई में जन्मी फाल्गुनी नायर का पालन-पोषण एक गुजराती परिवार में हुआ। नायका की मार्केट वैल्यू रु 35,000 Cr है।
फाल्गुनी नायर ने सिडेनहैम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से कॉमर्स में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की। बाद में उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद से मास्टर की पढ़ाई की।
कॉलेज के दौरान उनकी मुलाकात संजय नायर से हुई, जो कोह्लबर्ग क्राविस रॉबर्ट्स इंडिया के सीईओ हैं। दोनों ने 1987 में शादी कर ली। उनके दो बच्चे अद्वैत नायर और अंचित नायर हैं।
उनके बच्चे वर्तमान में अपनी मां के बिजनेस में टॉप पोजिशन पर हैं। जहां बेटी अद्वैत नायका फैशन की सीईओ हैं, वहीं अर्चित रिटेल और ई-कॉमर्स बिजनेस के प्रमुख हैं।
2009 में 46 साल की उम्र में फाल्गुनी ने एक कंपनी शुरू करने की इच्छा जताई। 2011 में उनके मन में कुछ विचार आए, जिनमें मल्टी-ब्रांड ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म स्थापित करना भी शामिल था।
फाल्गुनी नायर के बिजनेस की राह आसान नहीं थी। इसके लिए उन्हें कोटक महिंद्रा ग्रुप में मैनेजिंग डायरेक्टर की जॉब छोड़ने का रिस्क उठाना पड़ा। जहां वह 20 सालों से नौकरी कर रही थीं।
2012 में उन्होंने आधिकारिक तौर पर रिटेल स्टोर की स्थापना की और इसका नाम नायका रखा। फाल्गुनी नायर के उद्यमी के रूप में करियर की शुरुआत में नायका न तो लोकप्रिय थी और न ही आकर्षक।
शुरुआत में कई चुनौतियां आईं। वेबसाइट अनुमान से अधिक बार क्रैश हो जाती थी और जब भी उन्हें 100 ऑर्डर मिलते थे, तो पूरा सिस्टम बंद हो जाता था। लेकिन अब नायका ग्लोबल हो गया चुका है।
फाल्गुनी नायर की कुल संपत्ति लगभग रु। 32,951.71 करोड़ है। ब्यूटी और लाइफस्टाइल रिटेल कंपनी नायका के भारत के 30 शहरों में 70 से अधिक रिटेल स्टोर हैं।