सोशल मीडिया पर हाल ही में आईएएस अधिकारी परी बिश्नोई की राजस्थानी पोशाक में फोटोज काफी पसंद की जा रही है।
फोटोज में वह राजस्थानी पोशाक पहने हुए मिट्टी के धोरों पर बैठी हुई है। आपको बता दे कि परी बिश्नोई मूल रूप से राजस्थान के बीकानेर जिले की नोखा तहसील के काकड़ा की रहने वाली है।
हालांकि परिवार के ज्यादातर लोग गांव को छोड़कर शहरों में चले गए। लेकिन परी के दादा और दादी गांव में ही रहते हैं। जिनसे मिलने के लिए परी गांव गई थी।
परी बिश्नोई ने बताया कि वह गुरु जंभेश्वर के जन्म स्थान पर पीपासर भी जाकर आई। सोशल मीडिया पर अपलोड फोटोज उसी दौरान की है।
परी ने अपनी फोटोज के साथ कैप्शन लिखा है कि अपनी गलियां,अपने रमने, अपने जंगल, अपनी हवा चलते चलते वज्द में आएं, राहों में बे - राह चलें।
राजस्थान की रहने वाली परी के पिता मनीराम एडवोकेट हैं, वहीं उनके दादा गोपीराम चार बार अपने गांव के सरपंच रह चुके हैं।
केवल इतना ही नहीं इनकी मां सुशीला देवी वर्तमान में राजस्थान पुलिस में इंस्पेक्टर के पद पर नौकरी कर रही हैं।
परी की शादी हरियाणा के पूर्व सीएम भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई से हुई थी। जो हरियाणा की आदमपुर सीट से भाजपा के विधायक हैं।
वहीं परी बिश्नोई 2020 बैच की आईएएस ऑफिसर है जो वर्तमान में सिक्किम में अपनी सेवाएं दे रही है।
हालांकि शादी के बाद कैडर चेंज होने का प्रावधान सरकारी नौकरी में रहता है। लेकिन इस बारे में परी का कहना है कि अभी उन्हें कुछ नहीं पता कि कब हरियाणा आएंगी।