शुरुआत में एक मॉडल बनने की इच्छा रखने वाली तकसीन खान को मिस देहरादून और मिस उत्तराखंड का ताज पहनाया गया था।वह मिस इंडिया प्रतियोगिता में अपने राज्य का प्रतिनिधित्व करना चाहती थीं।
हालांकि आर्थिक तंगी के कारण तस्कीन को यह सपना छोड़ना पड़ा। इसके बाद निडर होकर उन्होंने अपना ध्यान एकेडमिक्स की ओर फोकस किया और यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए निकल पड़ीं।
तीन असफलताओं का सामना करने के बावजूद तस्कीन ने हार नहीं मानी। 2020 में अपने चौथे प्रयास में उन्होंने परीक्षा उत्तीर्ण की और 736 की अखिल भारतीय रैंक के साथ आईएएस अधिकारी बन गईं।
तस्कीन स्कूल में पढ़ाई में कुछ खास नहीं थीं इसके बजाय उन्होंने खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, विशेषकर राष्ट्रीय स्तर की बास्केटबॉल चैंपियन और डिबेटर के रूप में।
तस्कीन के अनुसार उसे कक्षा 8 तक मैथ्स में संघर्ष करना पड़ा, हालांकि साइंस स्ट्रीम में उन्होंने कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक मार्क्स मिले।
अपने यूपीएससी से पहले के दिनों को याद करते हुए तस्कीन कहती हैं कि वह एक प्रोफेशनल मॉडल और एक्टर बनने की दिशा में काम कर रही थीं।
स्कूल के बाद प्रतिष्ठित एनआईटी में एडमिशन के लिए अर्हता प्राप्त करने के बावजूद उनके परिवार की फाइनेंशियल प्रॉब्लम ने उन्हें इस अवसर को छोड़ने के लिए मजबूर किया।
तस्कीन की जर्नी तब अनाचक मॉडल से यूपीएससी की ओर मुड़ी जब एक इंस्टाग्राम फॉलोअर जो एक आईएएस कैंडिडेट था, ने उसके मन में यूपीएससी का बीज बोया।
मुंबई आ कर और हज हाउस में स्टडी करते हुए तस्कीन ने जामिया में मुफ्त एडमिशन एग्जाम देकर कोचिंग हासिल की।
इसके बाद अपनी यूपीएससी की तैयारी को और तेज करने के लिए 2020 में दिल्ली आ गईं।
तकसीन की सफलता की कहानी निश्चित रूप से यह साबित करती है कि धैर्य और दृढ़ता किसी को भी कठिन यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने में मदद कर सकती है।