सुधा मूर्ति एक लेखिका, शिक्षिका और परोपकारी हैं जो इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष हैं। वह राज्यसभा की मनोनीत सदस्य भी हैं।
सुधा मूर्ति का विवाह एन आर नारायण मूर्ति से हुआ है। नारायण मूर्ति इंफोसिस के को फाउंडर हैं और इनके दो बच्चे हैं।
सुधा मूर्ति को समाज में उनके योगदान के लिए पद्म श्री और पद्म भूषण अवार्ड मिल चुके हैं। वह एक लेखिका भी हैं, उन्होंने अंग्रेजी और कन्नड़ में कई किताबें और लेख लिखे हैं।
सुधा मूर्ति शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में अपने परोपकारी कार्यों के लिए जानी जाती हैं। कई अनाथालयों की स्थापना की है और ग्रामीण विकास में शामिल रही हैं।
उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में मूर्ति क्लासिकल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया की स्थापना की। हजारों की संख्या में किताबें दान कर चुकी हैं।
सुधा मूर्ति का जन्म 20 अगस्त 1950 को शिगगांव, हावेरी, कर्नाटक, भारत में हुआ था। वह टाटा इंजीनियरिंग एंड लोकोमोटिव कंपनी (TELCO) में नियुक्त होने वाली पहली महिला इंजीनियर थीं।
वह और उनके पति नारायण मूर्ति अरबों रुपयों के मालिक होने के बाद भी सादा जीवन जीना पसंद करते हैं और किताबों पर पैसा खर्च करना पसंद करते हैं।
काशी में आध्यात्मिक अनुभव के बाद उन्होंने साड़ियां खरीदना बंद कर दिया। अब वह केवल वही खरीदती हैं जो जरूरी है और कुछ नहीं। उन्होंने पिछले 30 सालों में कोई नई साड़ी नहीं खरीदी है
सुधा मूर्ति ने राज्यसभा में अपनी पहली स्पीच में महिलाओं जुड़े मुद्दे उठाए और चिंता जताई। उन्होंने महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान चलाने की बात कही।