मुकेश अंबानी का मुंबई के अल्टामाउंट रोड पर बना शानदार घर एंटीलिया एक बार फिर सुर्खियों में है। 27 मंजिला ये बंगला किसी महल से कम नहीं है, जिसकी कीमत करीब 15,000 करोड़ बताई जाती है।
लेकिन इस बार चर्चा एंटीलिया के शाही लुक या सुविधाओं की नहीं, बल्कि जमीन को लेकर उठे पुराने विवाद की हो रही है।
हाल ही में संसद में वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 पास हुआ है, जिसका मकसद वक्फ संपत्तियों का बेहतर प्रबंधन करना है।
वक्फ बिल 2025 के आते ही AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा दावा कर दिया। उनका कहना है कि एंटीलिया की जमीन असल में एक वक्फ ट्रस्ट की है।
ओवैसी ने आरोप लगाया कि यह जमीन एक अनाथालय और धार्मिक स्कूल के लिए दी गई थी, लेकिन इसे नियमों को दरकिनार कर अंबानी को बेच दिया गया।
पुराने वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें अरविंद केजरीवाल भी यही बात कहते दिख रहे हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1986 में करीम भाई इब्राहिम ने ये जमीन वक्फ बोर्ड को दी थी। फिर 2002 में इसे मुकेश अंबानी को 21.5 करोड़ रुपये में बेचा गया।
लेकिन एक रिपोर्ट के अनुसार, यह सौदा नियमों के खिलाफ था। क्योंकि न ही वक्फ बोर्ड की बैठक हुई, न ही दो-तिहाई बहुमत से मंजूरी ली गई।
सवाल उठा कि चैरिटी कमिश्नर ने क्यों दखल दिया, जबकि अधिकार सिर्फ वक्फ बोर्ड के पास था। महाराष्ट्र सरकार ने कहा था कि जांच के आधार पर कार्रवाई होगी, लेकिन मामला कोर्ट में अटका है।
नया वक्फ कानून लागू होने वाला है, लोग मांग कर रहे हैं कि वक्फ बोर्ड और करीम भाई ट्रस्ट आपस में हल निकालें। कहा जा रहा कि अगर जमीन वक्फ की निकली, तो ये सौदा गैरकानूनी माना जाएगा।
फिलहाल, अंबानी परिवार उसी एंटीलिया में रह रहा है, जिसमें स्पा, जिम, थिएटर, मंदिर, हेलीपैड और स्वीमिंग पूल जैसी तमाम लग्जरी सुविधाएं हैं।
मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया को अमेरिकी डिजाइन कंपनी ‘पर्किन्स एंड विल’ ने बनाया था और इसमें चार साल लगे थे।
वैसे, वक्फ की जमीनों को लेकर विवाद कोई नया नहीं है। 1950 में वक्फ बोर्ड के पास 52,000 एकड़ जमीन थी, जो अब बढ़कर 9.4 लाख एकड़ हो चुकी है।