स्पेस साइंस में रुचि रखने वाले ज्यादातर युवाओं का सपना भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन में काम करना होता है। आप भी ISRO में साइंटिस्ट बनना चाहते हैं और नहीं जानते कैसे, तो जानिए।
ISRO की स्थापना 15 अगस्त 1969 को हुई थी। इसका मुख्यालय बेंगलुरु, कर्नाटक में है। इसे डॉ विक्रम साराभाई ने स्थापित किया था। उन्हें भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का पिता माना जाता है।
ISRO सिर्फ अंतरिक्ष तक ही सीमित नहीं है। यह प्राकृतिक आपदाओं का प्रबंधन, मौसम पूर्वानुमान, कृषि और संचार जैसी कई सेवाओं में भी योगदान देता है।
ISRO में काम करने वाले लोग सिर्फ वैज्ञानिक नहीं होते, बल्कि इसमें इंजीनियर्स, टेक्नीशियन और एडमिनिस्ट्रेटिव प्रोफेशनल्स भी शामिल होते हैं। हर किसी का काम अलग होता है।
ISRO अपने विभिन्न प्रोजेक्ट्स के लिए कई पदों पर भर्ती करता है, जैसे
स्पेस साइंटिस्ट बनना सपना है, तो इसके लिए तैयारी हाई स्कूल से ही शुरू कर देनी चाहिए। खास कर विज्ञान और गणित पर मजबूत पकड़ रखें। इसके लिए ग्रेजुएशन जरूरी है।
ISRO में ज्यादातर लोग इंजीनियरिंग या साइंस बैकग्राउंड के होते हैं। जिसमें-
ISRO हर साल ICRB परीक्षा आयोजित करता है, जिसमें मैथ्स, साइंस और इंजीनियरिंग के सवाल पूछे जाते हैं। इसे पास करने के बाद ही आप ISRO में साइंटिस्ट बनने के योग्य माने जाते हैं।