संदीप उर्फ काला जठेड़ी हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला है। जठेड़ी गांव में किसान परिवार में जन्म लेने वाला संदीप झांझरिया पहलवानी करने का शौकीन था। उसका सपना था कि वो फौज में जाए।
संदीप उर्फ काला जठेड़ी ने 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद डिप्लोमा कोर्स के लिए आईटीआई में एडमिशन लिया। हालांकि बीच में ही पढ़ाई छोड़कर केबल ऑपरेटर की नौकरी की।
संदीप उर्फ काला जठेड़ी के परिवार में उसके माता-पिता, दो छोटे भाई, दोनों की पत्नियां और 2 बच्चे हैं।
काला जठेड़ी नौकरी में ज्यादा दिन नहीं टिक सका। जून 2009 में उसने पहली हत्या रोहतक में डकैती के दौरान की। पुरानी दुश्मनी को लेकर मार्च 2010 में सोनीपत के गोहाना में एक और हत्या की।
एक समय काला जठेड़ी पर 7 लाख रुपये का इनाम था। वह हत्या, अपहरण और जबरन वसूली के कई मामलों में वांछित था। उसपर मकोका भी लगा था।
अपने गुर्गों और शार्पशूटरों की मदद से संदीप काला दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब और उत्तराखंड में बिश्नोई गिरोह के संचालन को नियंत्रित करता था।
संदीप उर्फ काला जठेड़ी वर्तमान में जेल में बंद है, एक बार हरियाणा पुलिस की हिरासत से भाग चुका है और उसने दिल्ली पुलिस की हिरासत से अपने सहयोगी को भागने की भी साजिश रची थी।
हरियाणा के सोनीपत के काला जठेड़ी को दिल्ली की एक कोर्ट ने अपनी शादी के लिए छह घंटे की पैरोल दे दी है। वह लेडी डॉन अनुराधा चौधरी से 12 मार्च को शादी करने जा रहा है।