भारत के सबसे अमीर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी और उनके भाई अनिल अंबानी की मां कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती हैं।
कोकिलाबेन का जन्म 1934 में गुजरात के जामनगर में हुआ था। उस समय महिलाओं की पढ़ाई सीमित थी और उन्होंने 10वीं तक की ही शिक्षा हासिल की। लेकिन यह पढ़ाई ही उनके आत्मविश्वास की नींव बनी।
शादी के बाद धीरूभाई अंबानी ने कोकिलाबेन अंबानी को अंग्रेजी सिखाने के लिए स्पेशल टीचर लगाया, ताकि वह बड़े-बड़े अधिकारियों और विदेशी मेहमानों से आत्मविश्वास के साथ बातचीत कर सकें।
कोकिलाबेन अंबानी न सिर्फ एक मां और गृहिणी की भूमिका में जानी जाती हैं, बल्कि उन्होंने कठिन समय में पूरे परिवार को संभालने का बड़ा उदाहरण भी पेश किया है।
सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि डिग्रियां कम होने के बावजूद कोकिलाबेन ने अपने जीवन में ऐसा मैनेजमेंट दिखाया, जिसे बड़े-बड़े MBA भी फॉलो करते हैं।
साल 2002 में जब कोकिलाबेन अंबानी के पति धीरूभाई अंबानी का निधन हुआ, तो मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के बीच मतभेद खुलकर सामने आए। उस समय सुझबुझ से उन्होंने परिवार को बिखरने से बचाया।
मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के बीच जब मतभेद बढ़े, तो कोकिलाबेन ने ही फैमिली बिजनेस का बंटवारा करवाया और दोनों की कंपनियों को स्वतंत्र रूप से आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया।
कोकिलाबेन की विरासत सिर्फ बिजनेस तक सीमित नहीं है। उनके नाम पर मुंबई में कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल है, जो भारत के हेल्थकेयर सेक्टर में एक बड़ा नाम है।