अमेरिका आज भी MBA के लिए इंटरनेशनल स्टूडेंट्स की पहली पसंद है। GMAC सर्वे के अनुसार आगामी चुनावों के बावजूद छात्रों की अमेरिका में पढ़ाई की योजना पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ा है।
इस साल एमबीए में महिलाओं के आवेदन 42% तक पहुंच गए हैं, जो पिछले 10 वर्षों के मुकाबले दो प्रतिशत ज्यादा है। यह महिलाओं के नेतृत्व में प्रगति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
फुल-टाइम एमबीए प्रोग्राम्स में लगभग 60% की वृद्धि देखी गई, जिसमें दो साल के एमबीए प्रोग्राम्स में 80% और एक साल के एमबीए प्रोग्राम्स में 64% आवेदनों का इजाफा हुआ है।
फ्लेक्सिबल एमबीए प्रोग्राम्स ने भी महिलाओं की संख्या में बढ़त देखी, जहां 70% प्रोग्राम्स में महिला आवेदकों का ग्राफ ऊपर गया है, जो छात्रों की बदलती जरूरतों का संकेत है।
कई बिजनेस स्कूलों ने नई वित्तीय सहायता योजनाएं पेश की हैं, जिससे छात्रों को एमबीए की महंगाई से राहत मिली है। इसका सीधा असर आवेदनों में बढ़ोतरी के रूप में दिख रहा है।
सिर्फ पारंपरिक प्रोग्राम्स ही नहीं, बल्कि ऑनलाइन और हाइब्रिड प्रोग्राम्स में भी क्रमशः 58% और 52% की वृद्धि हुई है। यह फ्लेक्सिबल एजुकेशनल ऑप्शन की बढ़ती मांग को दिखाता है।
ब्रिटेन में जहां आवेदनों में गिरावट देखी गई है, वहीं एशिया, अफ्रीका, लैटिन अमेरिका में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा का विकास हुआ है, जिससे स्थानीय छात्रों के लिए नए विकल्प पैदा हुए।
Forte Foundation की CEO एलिसा सैंगस्टर ने महिलाओं के बढ़ते आवेदनों को सराहा है। उनका कहना है कि महिलाओं का एमबीए की ओर रुझान लैंगिक अंतर को कम करने में सहायक साबित होगा।