5.95 ट्रिलियन से अधिक मार्केट कैप के साथ इंफोसिस भारत की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक है। शुरु से ही कंपनी का नेतृत्व IIT व टॉप संस्थानों के बेस्ट इंजीनियरिंग माइंड ने किया है।
इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति एक आईआईटी ग्रेजुएट हैं और जो व्यक्ति अब मेगा टेक फर्म का नेतृत्व कर रहे हैं, वह भी आईआईटी के पूर्व छात्र हैं।
हम जिस टेक्निकल एक्सपर्ट की बात कर रहे हैं वह देश में सबसे अधिक वेतन पाने वाले सीईओ में से एक हैं जो प्रतिदिन 15 लाख रुपये से अधिक कमाते हैं।
हम जिस सफल आईआईटी ग्रेजुएट के बारे में बात कर रहे हैं वह इंफोसिस के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर सलिल पारेख हैं। सलिल पारेख ने आईआईटी बॉम्बे से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग पूरी की।
कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री ली। इंफोसिस में शामिल होने से पहले सलिल पारेख अर्न्स्ट एंड यंग में पार्टनर थे।
एनफोसिस के सीईओ सलिल पारेख 2000 से कैपजेमिनी में ग्रुप एग्जीक्यूटिव बोर्ड के सदस्य थे। वहां उन्होंने 25 वर्षों तक कई नेतृत्व पदों पर काम किया।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य, सलिल पारेख के पास आईटी सर्विस इंडस्ट्री में लगभग 30 वर्षों का अनुभव है।
वित्त वर्ष 2022-23 के लिए इंजीनियर का पैकेज 21% कम हो गया, फिर भी वह पिछले वित्तीय वर्ष में 56.4 करोड़ रुपये कमाने में सफल रहे। यानी इस आईआईटियन ने प्रति दिन 15.4 लाख रुपये कमाए।
2022 में इंफोसिस ने उनकी सैलरी में 88 फीसदी की भारी बढ़ोतरी की। जिसके बाद उनका सैलरी पैकेज 79.75 करोड़ रुपये हो गया, जो प्रतिदिन 21 लाख रुपये से ज्यादा है।