रमेश कुन्हिकन्नन कायन्स टेक्नोलॉजी के संस्थापक हैं, जो चंद्रयान-3 मिशन में लैंडर और रोवर के लिए इलेक्ट्रिकल कंपोनेंट्स के प्रमुख सप्लायर हैं।
रमेश कुन्हिकन्नन 9,166 करोड़ रुपये (1.1 बिलियन डॉलर) से अधिक की संपत्ति के साथ अरबपतियों में शामिल हैं।
रमेश कुन्हिकन्नन ने 1989 में कायन्स टेक्नोलॉजी की स्थापना की और पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने इसे नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
शुरुआत में कंपनी कॉन्ट्रैक्ट इलेक्ट्रॉनिक्स क्रियेटर के रूप में काम कर रही थी, लेकिन समय के साथ इसने ऑटोमोटिव, एयरोस्पेस, मेडिकल और डिफेंस इंडस्ट्री सहित कई क्षेत्रों में कदम रखा।
कायन्स टेक्नोलॉजी प्रिंटेड सर्किट बोर्डों को असेंबल करने में माहिर है। यह दुनिया भर में 350 कस्टमर को सप्लाई करती है। पूरे भारत में इसकी आठ फैक्ट्रियां हैं। मैसूर में मुख्यालय है।
रमेश कुन्हिकन्नन के पास वर्तमान में कंपनी की 64% हिस्सेदारी है और हाल के वर्षों में उन्हें केंद्र के 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम से लाभ हुआ है। वह 1988 से कंपनी का हिस्सा रहे हैं।
उनके पास नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, मैसूर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री है। उनके पास इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग सर्विस इंडस्ट्री में 33 वर्षों का अनुभव है
कायन्स टेक्नोलॉजी के शेयर का मूल्य पहले ही तीन गुना बढ़ गया है और चंद्रयान -3 मिशन के पीछे प्रमुख कंपनियों में से एक के रूप में श्रेय दिए जाने के बाद इसमें 40% की वृद्धि हुई है।