भारत में एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग एक पॉपुलर और वैल्यू वाला प्रोफेशन है।देश में एयरोनॉटिकल इंजीनियर एयरोस्पेस इंडस्ट्री में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो तेजी से विस्तार कर रहा है।
एविएशन, डिफेंस, इंडियन एयर फोर्स (आईएएफ), इंडियन नेवी और स्पेस रिसर्च और डेवलपमेंट जैसे सेक्टर्स में एयरोनॉटिकल इंजीनियरों के लिए नौकरी की कई संभावनाएं हैं।
भारत में एविएशन इंडस्ट्री तेजी से विस्तार कर रहा है, जिससे कुशल एयरोनॉटिकल इंजीनियरों की आवश्यकता बढ़ रही है।
भारत में एयरोनॉटिकल इंजीनियरों के लिए प्रमुख नियोक्ताओं में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ), हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) व
नेशनल एयरोस्पेस लेबरोट्रीज (एनएएल), एयरबस इंडिया, बोइंग इंडिया, रोल्स-रॉयस इंडिया और हनीवेल इंडिया जैसे ऑर्गनाइजेशन शामिल हैं।
एक सफल एयरोनॉटिकल इंजीनियर बनने के लिए मैथ्स, फिजिक्स व इंजीनियरिंग की बेसिक बातों में पारंगत होना महत्वपूर्ण है। सीएडी सॉफ्टवेयर का उपयोग करने में दक्षता और
विभिन्न डिवाइस के साथ काम करने की क्षमता आवश्यक है। तकनीकी विशेषज्ञता के अलावा इफेक्टिव कम्युनिकेशन, टीम वर्क, प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल एयरोनॉटिकल इंजीनियर्स के लिए महत्वपूर्ण हैं।
1 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे (आईआईटी बॉम्बे), फीस रु. 2.04 लाख - 2.78 लाख
2 स्कूल ऑफ एरोनॉटिक्स (एसओए), फीस रु. 3.0 लाख – 5.0 लाख
3 हिंदुस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, फीस रु. 2.4 लाख - 3.6 लाख
4 भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलोर, फीस रु. 3.0 लाख – 4.5 लाख
5 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर, फीस रु. 2.2 लाख – 3.0 लाख
6 भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, त्रिवेन्द्रम, फीस रु. 2.4 लाख - 3.2 लाख
7 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास, फीस रु. 2.1 लाख – 2.9 लाख
8 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर, फीस रु. 2.2 लाख – 3.0 लाख
9 मणिपाल प्रौद्योगिकी संस्थान, फीस रु. 4.4 लाख – 6.4 लाख
10 सत्यभामा विश्वविद्यालय, फीस रु. 3.0 लाख – 4.0 लाख