मुकेश अंबानी कुल 122 बिलियन डॉलर संपत्ति के साथ एशिया के सबसे धनी और दुनिया के 11वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। देश के सबसे बड़े बिजनेसमैन अपनी फैमिली के साथ शानदार लाइफ जीते हैं।
मुकेश अंबानी के लीडरशिप में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ऊंचाईयों पर है। कंपनी का विस्तार एनर्जी, पेट्रोकेमिकल, कपड़ा, रिटेल, टेलीकम्युनिकेशन समेत विभिन्न क्षेत्रों में है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्थापना 1966 में धीरूभाई अंबानी ने की थी। जिसे उनके दोनों बेटों मुकेश और अनिल ने बुलंदियों तक पहुंचाया। कपड़ा निर्माता कंपनी आज कई क्षेत्रों में फैल चुकी है।
मुकेश अंबानी ने कंपनी के लिए अगस्त 2022 में कोविड-19 महामारी के कारण हुई आर्थिक मंदी के दौरान रिलायंस ग्रुप अध्यक्ष और मैनेजिंग डायरेक्ट के रूप में अपनी पूरी सैलरी छोड़ दी थी।
वित्त वर्ष 2008-2009 से मुकेश अंबानी ने अपनी सैलरी 15 करोड़ रुपये सालाना तक सीमित कर दी। उनका यह कदम अपार धन होने के बाद भी उनके व्यक्तित्व में छिपे हुए संयम के गुण को दिखाता है।
मुकेश अंबानी अपने स्टाफ को काफी अच्छी सैलरी देते हैं। उनके ड्राइवर की ही बात करें तो उसकी मंथली सैलरी 2 लाख रुपये है। जो किसी बड़े अधिकारी से कम नहीं है।
सैलरी के अलावा मुकेश अंबानी अपने स्टाफ को अच्छी फैसिलिटीज भी देते हैं, जिसमें परिवार के साथ रहने-खाने की पूरी व्यवस्था। मेडिकल और उनके बच्चों के पूरे एजुकेशन तक का खर्चा शामिल है।
लेकिन मुकेश अंबानी का ड्राइवर बनना कोई आसान काम नहीं है। अंबानी परिवार के ड्राइवरों को टफ ट्रेनिंग दी जाती है। टेस्ट भी लिया जाता है। सफल कैंडिडेट को ही नौकरी पर रखा जाता है।
अंबानी ड्राइवर की ट्रेनिंग, टेस्ट प्राइवेट फर्म करती है। वे लक्जरी, कमर्शियल दोनों व्हीकल चलाने में ट्रेंड होते हैं।टफ से टफ सिचुएशन को मैनेज करना, पैसेंजर सेफ्टी सबसे अहम होती है।