इंदौर की रहनेवाली निधि यादव ने अपनी सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की हाई सैलरी जॉब छोड़कर फैशन में अपना करियर बनने की ठानी। आज अपनी मेहनत से 300 करोड़ रुपये की कंपनी चला रही हैं।
निधि को डेलॉइट में अच्छी-खासी सैलरी मिल रही थी, लेकिन उन्होंने अपने पैशन को फॉलो करने का फैसला किया। अपनी कंपनी शुरू करने की लिए जॉब छोड़ दी।
जॉब छोड़ने के बाद निधि यादव ने फैशन फील्ड का एक्सपीरिएंस लेने के लिए इटली के फ्लोरेंस में स्थित प्रसिद्ध पोलिमोडा फैशन स्कूल में एक साल का कोर्स किया।
फ्लोरेंस में पढ़ाई पूरी करने के बाद, निधि को इटली में जॉब ऑफर भी मिला लेकिन उन्होंने ठुकरा दिया और भारत लौट आईं। उन्होंने परिवार के साथ रहकर फैशन फील्ड में कुछ नया करने की ठानी।
2014 में निधि ने गुरुग्राम के अपने 2BHK फ्लैट से अक्स क्लोदिंग शुरू की। मात्र 3.5 लाख रुपये के निवेश से शुरू हुआ यह ब्रांड 18-35 साल की महिलाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया।
निधि ने फैशन के बारे में यह समझा कि बार-बार नए डिजाइन्स लाना बाजार में टिकने की कुंजी है। उन्होंने हर 2 हफ्ते में 20 नए स्टाइल लॉन्च करने की स्ट्रेटजी अपनाई, जो तेजी से पॉपुलर हुआ।
बिजनेस के शुरुआत के दिनों में निधि को अपने पति का पूरा सपोर्ट मिला। यह कपल अपने छोटे बच्चे के साथ गुरुग्राम से जयपुर के बीच हर वीकेंड पर सफर करते थे, ताकि मटीरियल खरीद सकें।
धीरे-धीरे उन्होंने जयपुर में एक मजबूत सप्लाई चेन नेटवर्क खड़ा किया। निधि यादव के पति सतपाल यादव IIM कोझिकोड से MBA हैं। दोनों की एक बेटी भी है जिसका नाम सुनिधि है।
महामारी के समय, जब प्रोडक्शन रुक गया था, तब निधि ने नई स्ट्रेटजी अपनाई। अक्स ने मास्क और पीपीई किट्स बनाने शुरू किए। उन्होंने बचे हुए कपड़ों से बच्चों के कपड़े भी लॉन्च किए।
अक्स ने पहले साल में 1.6 करोड़ रुपये रेवेन्यू कमाया। 2015 में 8.5 करोड़, 2018 में 48 करोड़। 2021 तक, बिना किसी बाहरी फंडिंग के 200 करोड़ और 2023-24 में यह 300 करोड़ तक पहुंच गया।