आजकल मोबाइल और कंप्यूटर की वजह से लिखने की आदत कम हो रही है। ऐसे में पहले लिखने की ज्यादा कोशिश करें। यह बोर्ड परीक्षा में बहुत काम आएगा। हम जितना लिखेंगे, उतना चीजें याद होंगी।
परीक्षा से 5 मिनट पहले खुद को कंफर्ट कीजिए। जैसे ही प्रश्न पत्र आए तो अगल बगल की दुनिया को भूलकर सिर्फ प्रश्न और उत्तर पर ध्यान दें। अर्जुन की तरह लक्ष्य पर ही फोकस रहें।
टीचर और स्टूडेंट का नाता पहले दिन से लेकर परीक्षा आने तक बना रहना चाहिए।ऐसा हो तो परीक्षा के समय तनाव नहीं आएगा। जैसे डॉक्टर मरीज की बॉडिंग अच्छी हो तो बीमारी जल्दी ठीक हो जाती है।
पीएम मोदी ने कहा कि दोस्ती लेन देन के लिए नहीं है। अपने दोस्त से स्पर्धा करें, ईर्ष्या न करें। हेल्दी कंपीटिशन करें।
परीक्षा के तनाव से बचने के लिए सबसे पहले खुद को सामर्थ्यवान बनायें। मन से तय करना होगा। मन तैयार हो गया तो दबाव को आसानी से झेला जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने नींद का महत्व बताया। कहा मैं 30 सेकेंड में डीप स्लीप में चला जाता हूं। यह पूरे साल चलता रहता है। जब जागें तो पूरी तरह से जागें और जब नींद लें तो पूरी तरह से लें।
संतुलित आहार लेना जरूरी है। एक्सरसाइज जरूर करना चाहिए। जैसे हम टूथब्रश रोज करते हैं वैसे ही व्यायाम भी रोज करना चाहिए। कोई न कोई रास्ता निकाले जिससे आपकी फिजिकल एक्टिविटी होती रहे।
सबसे बुरी स्थिति कंफ्यूजन है। करियर अनिश्चितता से बचना चाहिए। निर्णय करने से पहले सभी तराजू पर तौलना चाहिए। कोई भी विषय छोटा नहीं है, हमें उसमें जान भरनी चाहिए, वह बड़ा हो जाएगा।
मोबाइल के ऊपर कितनी भी प्रिय चीजें आती हों तो भी समय तय करना होगा। समय का उपयोग कैसे करना है तो यह आपको तय करना है। मोबाइल का कैसे और कितना उपयोग करना है, तय करना चाहिए।